कानपुर के मुरारीलाल चेस्ट हॉस्पिटल में लापरवाही की हदें पार, वार्डों में घूम रहे कुत्ते

रिपोर्टर: धरमवीर सिंह कुशवाहा
कानपुर के मुरारीलाल चेस्ट हॉस्पिटल में लापरवाही का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
अस्पताल के वार्डों में कुत्तों के घूमने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मरीजों के वार्डों में आवारा कुत्ते बेरोकटोक घूम रहे हैं, जिससे संक्रमण और मरीजों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
स्टाफ की गैर-मौजूदगी से मरीज बेहाल
मरीजों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि रात 10 बजे के बाद अस्पताल में कोई स्टाफ मौजूद नहीं रहता, जिससे मरीजों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जरूरत पड़ने पर न डॉक्टर मिलते हैं, न ही कोई नर्स या अन्य मेडिकल स्टाफ। ऐसे में मरीजों के परिजन किसी तरह से उनकी देखभाल करने को मजबूर हैं।
300 रुपये प्रतिदिन किराए पर मिल रही ऑक्सीजन सपोर्ट मशीन
इस मामले में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। मरीजों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट मशीन तक किराए पर दी जा रही है। मरीजों को सांस लेने के लिए जरूरी मशीनें मुफ्त में उपलब्ध कराने के बजाय 300 रुपये प्रतिदिन की दर से किराए पर दी जा रही हैं, जो सरकारी अस्पताल में बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
परिजनों ने वीडियो बनाकर उजागर की सच्चाई
अस्पताल की असली सच्चाई को सामने लाने के लिए मरीजों के परिजनों ने खुद वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला है। इस वीडियो में अस्पताल की बदहाली, वार्डों में घूमते कुत्ते, लापता स्टाफ और मरीजों को हो रही तकलीफों को साफ देखा जा सकता है।
सरकारी दावों की खुली पोल
सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधाएं देने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन इस मामले ने उन दावों की पोल खोल दी है। यह घटना न केवल अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि सरकारी तंत्र की उदासीनता पर भी सवाल उठाती है।
जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग
लूनिया वेब न्यूज के माध्यम से हम जिलाधिकारी कानपुर से अनुरोध करते हैं कि इस गंभीर मामले का तत्काल संज्ञान लें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। मरीजों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।