वित्तीय साक्षरता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास
हेलपिंग हैंड फाउंडेशन का कार्यक्रम

भायंदर। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करती संस्था हेलपिंग हैंड फाउंडेशन ने अपनी हालिया पहल के तहत “वित्तीय साक्षरता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने” का प्रयास किया।
संस्था के डॉ जॉन सिरकर ने बताया कि सफलता को साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर, हमने ग्रामीण झुग्गियों की 25 वंचित महिलाओं के लिए एक निःशुल्क वित्तीय नियोजन सत्र का आयोजन किया। जिसमे ललिताजी जो एक अनुभवी लेखा परीक्षा पेशेवर है ने वित्त प्रबंधन, बजट बनाने और वित्तीय स्वतंत्रता के निर्माण पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की।
सत्र की मुख्य बातों में उन्होंने घरेलू खर्चों का प्रबंधन और बजट बनाना,भविष्य के लिए बचत और निवेश करना, वित्तीय स्वतंत्रता और आत्मविश्वास का निर्माण करना पर विस्तार से बताया।सभी ने सत्र की प्रशंसा की व आगे भी करने की मांग की।
क्या है हेलपिंग हैंड फाउंडेशन
अनेक वंचित लाभार्थियों की सहायता करते हुए, संस्था विभिन्न पृष्ठभूमि और विशेषज्ञता वाले उत्साही व्यक्तियों व युवाओं की एक टीम हैं, जो “विविधता में एकता” में विश्वास करते हैं और बदलाव लाने हेतु प्रयासरत हैं।
यंहा यह महत्वपूर्ण है कि संस्था वंचित समुदायों के बीच जीवन जीने के तरीके को बेहतर बनाने में मदद करके समाज से जो कुछ भी प्राप्त करते हैं, उसे वापस समाज को लौटाते हैं।सिरकर ने बताया कि संस्था की शुरुआत सरल और ईमानदार इरादों के साथ हुई थी, ताकि सहायता संरचनाएं बनाई जा सकें ताकि जो हाशिए के समुदायों को शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा जैसे उपकरण प्रदान करने में मदद करें जिससे गरीबी कम हो।संस्था अपने शुरुआती दिनों से ही भारत में विभिन्न मुख्यधारा के सामाजिक सेवा संगठनों से जुड़ी हैं व कार्य कर रही हैं।