बाली ब्लॉक में महिला एवं बाल मेले के माध्यम से पांच आयामों का प्रदर्शन

महिला एवं बाल विकास विभाग बाली और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आंगनवाड़ी बाल मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में शाला पूर्व शिक्षा के लिए आंगनवाड़ी पाठशाला में करवाई जाने वाली गतिविधियों का डेमोंस्ट्रेशन किया गया।
फाउंडेशन के संदर्भ व्यक्ति हेमराज ने बताया कि कार्यशाला में शाला पूर्व शिक्षा के पांचों आयामों — भाषा विकास, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास, रचनात्मक विकास, शारीरिक विकास और बौद्धिक विकास से जुड़ी गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। इन गतिविधियों को सिखाने का उद्देश्य था कि सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इन्हें अपने केंद्र पर प्रभावी रूप से करवा सकें।
मेले में प्रत्येक आयाम के अनुसार अलग-अलग स्टॉल लगाए गए, जहां मुंडारा, बाली, फालना और सेवाड़ी सेक्टर की चयनित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने तीनों सेक्टर की अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर गतिविधियां की। गतिविधियों के पश्चात यह चर्चा की गई कि इनका करना क्यों आवश्यक है।
महिला पर्यवेक्षक कविता व्यास ने मेले का अवलोकन कर सभी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि वे इन गतिविधियों को अपने-अपने केंद्रों पर करवाएं। सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बच्चों की तरह प्रत्येक स्टॉल पर जाकर गतिविधियां की और उन्हें समझा, ताकि वे अपने केंद्रों पर इसे प्रभावी तरीके से करवा सकें। कार्यकर्ताओं को बताया गया कि यहां स्टॉल पर भी हमारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ही गतिविधियां करवा रही हैं, और हम बच्चों की तरह इन्हें कर रहे हैं। इसी प्रक्रिया को सीखकर हमें अपनी आंगनवाड़ी पाठशाला में लागू करना है।
राउप्रावि नंबर 4 बाली में आयोजित इस मेले का अवलोकन अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह सांदू और संदर्भ व्यक्ति अशोक कुमार ने किया। राजेंद्र सिंह सांदू ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि आप शिक्षा की नींव तैयार कर रही हैं और बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा का दारोमदार आपके कंधों पर है। उन्होंने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि फाउंडेशन निःस्वार्थ भाव से उत्कृष्ट सहयोग कर रहा है।
संदर्भ व्यक्ति अशोक कुमार ने भी अपने विचार साझा किए। अंत में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीना गोस्वामी, प्रेम बाला, मंजू सुथार, लक्ष्मी चौहान आदि ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हुए अपने अनुभव साझा किए। फाउंडेशन से विक्रम सिंह ने मेले का संचालन किया। संदीप सिंह, प्रवीण कुमार, जगदीश कुमार और आकाश कुमार ने सक्रिय भागीदारी निभाई।