भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक महोत्सव निमित्त भव्य रथयात्रा का आयोजन

- मीरा-भायंदर
भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक महोत्सव के पावन अवसर पर दिनांक 10 अप्रैल 2025, गुरुवार को समस्त जैन महासंघ, मीरा-भायंदर द्वारा एक भव्य रथयात्रा (वरघोड़ा) का आयोजन किया गया।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी यह यात्रा अत्यंत भव्य और ऐतिहासिक रही। रथयात्रा का शुभारंभ सुबह 6:30 बजे बालाजी नगर स्टेशन रोड से हुआ। यात्रा में भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा को रथ में विराजमान किया गया, जिसे लाभार्थी परिवार द्वारा पूजन कर के साथ लाया गया। रथ को पारंपरिक पूजन वस्त्रों में सजे सारथियों ने खींचा। यात्रा में बैंड-बाजे की मधुर ध्वनि और नाशिक ढोल की गूंज ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
रथयात्रा में गुरुभगवंत, साध्वी भगवंत, एवं भायंदर के लोकप्रिय आमदार नरेन्द्र मेहता (देसुरी) सहित कई गणमान्य अतिथियों ने सहभागिता की। प्रमुख उपस्थितियों में भंगवती शर्मा, ध्रुव किशोर पाटिल, अशोक तिवारी, सुरेश खंडेलवाल, सुनीता जैन, भरत कोटारी एवं जैन समाज के अन्य प्रतिष्ठित ट्रस्टीगण शामिल थे।
वरघोड़ा बालकों, पाटशालाओं और विभिन्न जैन संघों की भागीदारी से और भी भव्य बना। प्रमुख संघों में भटेवा पार्श्वनाथ जैन मंदिर, 52 जिनालय (60 फीट रोड), सिमंधर स्वामी मंदिर (90 फीट रोड), एवं अरिहंत बगला से आए श्रद्धालु शामिल थे। यात्रा टेम्बा होते हुए राधेश्याम डोम पहुँची, जहाँ गुरुभगवंतों का प्रवचन हुआ।
हज़ारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस रथयात्रा को ऐतिहासिक बना दिया। इस दौरान विभिन्न सेवाकार्य भी किए गए – भोला भैरव भक्ती फाउंडेशन द्वारा सेव-बुंदी का वितरण किया गया, नवकार प्रगति नवयुवक मंडल ने भक्ति स्तोत्र प्रस्तुत किए, और पक्षियों के लिए पानी के टबों का वितरण भी किया गया।
महिला मंडल की बहनों ने सिर पर मंगल कलश लेकर पारंपरिक परिधान (चनिया चोली व साड़ी) में कतारबद्ध होकर यात्रा में भाग लिया। धार्मिक पाटशालाओं के विद्यार्थी सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर हाथों में जैन धर्म के ध्वज लिए एक अनुशासित पंक्ति में चल रहे थे। “त्रिशला नंदन वीर की जय, बोलो महावीर की जय!” के घोष से संपूर्ण वातावरण गूंज उठा।
रथयात्रा के उपरांत नवकारसी का आयोजन राधेश्याम डोम (टेम्बा हॉस्पिटल के पीछे) किया गया।