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महाशिवरात्रि पर बाबा परशुराम महादेव का भव्य श्रृंगार

सादड़ी (पाली)। अरावली पर्वतमाला में स्थित बाबा परशुराम महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। प्राकृतिक गुफा में स्थित स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन के लिए भक्तों को मारवाड़-मेवाड़ मार्ग पर बनी पगडंडी पर लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ा।

मेवाड़ की ओर से फूटादेवल और मारवाड़ की ओर से कुंडधाम तक लगभग दो किलोमीटर लंबी पगडंडी पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। जोधपुर, पाली, उदयपुर, राजसमंद सहित राजस्थान के विभिन्न जिलों से आए भक्तों ने बाबा परशुराम महादेव का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और रुद्राभिषेक कर पुण्य लाभ अर्जित किया।

भव्य श्रृंगार और विशेष पूजन

मंदिर के पुजारी धर्मेंद्र पुरी गोस्वामी ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा परशुराम और माता पार्वती का विशेष श्रृंगार किया गया। भगवान को सोने-चांदी के आभूषणों से अलंकृत किया गया और उन्हें श्वेतांबर, पीतांबर एवं जनेऊ धारण कराए गए। इस अवसर पर सुबह युत मालिश जल पंचद्रव्य अभिषेक किया गया।

शृंगार के बाद मंदिर में मंगला आरती संपन्न हुई। दिनभर चार प्रहर की आरतियां आयोजित की गईं, जिनमें से विशेष आरती रात 12:15 बजे हुई। इस आरती में मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेशसिंह, तरुण शर्मा, अम्बालाल गुर्जर, हरीश प्रजापत, हस्तीमल वैष्णव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

दर्शन और भोग अर्पण

भक्तों का मंदिर में आगमन सुबह से शुरू होकर देर रात तक जारी रहा। कुंडधाम में स्थित अमरनाथ महादेव और शिव परिवार के दर्शन के लिए भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। मंदिर में 21 किलो मावे से बना भोग और 211 किलो दूध से बनी खीर अर्पित की गई, जिसे प्रसाद के रूप में भक्तों को वितरित किया गया।

सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस तैनाती

भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए। थानाधिकारी हनवंतसिंह सोढा, एएसआई मनोहरसिंह, ईश्वरसिंह और मूलाराम के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा, जिससे दर्शन व्यवस्था सुचारु बनी रही।

महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर भक्तों की आस्था और श्रद्धा देखते ही बन रही थी। मंदिर की गुफा और आसपास के क्षेत्र में गूंजते ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।

न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

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