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रणकपुर सूर्य मंदिर परिसर में दिखा हाइना, सुरक्षाकर्मियों में मचा हड़कंप

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डीके देवासी
रिपोर्टर

डीके देवासी, रिपोर्टर - कोठार 

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  • सादड़ी / कुम्भलगढ़

रणकपुर के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर परिसर में एक हाइना (जरख) के स्वच्छंद विचरण करने से हड़कंप मच गया।


घटना उस समय की है जब वन्यजीव अभयारण्य सरहद से सटे इस क्षेत्र में रात्रिकालीन ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी गश्त कर रहे थे। अचानक उन्होंने एक हाइना को मंदिर परिसर में घूमते हुए देखा, जिससे डर का माहौल बन गया।

तीर्थंकर नेचर ट्रेल से आवाजाही की आशंका
वन विभाग के सहायक वन संरक्षक प्रमोदसिंह नरुका ने बताया कि रणकपुर तीर्थंकर नेचर ट्रेल और सूर्य मंदिर की पर्वतमालाओं में हाइना और पैंथर की सक्रियता सामान्य है। ये प्राणी पैंथर के पीछे-पीछे विपरीत दिशा में चलते हैं और शिकार के बाद बचे मृत शवों को खींच ले जाते हैं।

मंदिर की जाली से आया हाइना
मंदिर प्रमुख पुजारी महेश शर्मा के अनुसार, सूर्य मंदिर की चारदीवारी में लगी लोहे की जाली जो कुम्भलगढ़ के जंगल की ओर खुलती है, सावन के दूसरे सोमवार को शिवभक्तों की आवाजाही के चलते रात में खोली गई थी। इसी दौरान रात करीब 11 बजे एक हाइना मंदिर परिसर में दाखिल हो गया। वह मुख्य द्वार से होते हुए मंदिर आवास भाग तक पहुंच गया।

सुरक्षाकर्मी की सतर्कता से टला खतरा
सुरक्षाकर्मी की नजर जैसे ही हाइना पर पड़ी, उसने तुरंत लकड़ी पटकाकर शोर मचाया। इससे हाइना घबरा गया और नीचे उतरकर सूर्य मंदिर रंगमंच होते हुए जंगल की ओर लौट गया।


रणकपुर सूर्य मंदिर जैसे श्रद्धा और पर्यावरण के संगम स्थल में वन्य जीवों की गतिविधियाँ चिंताजनक होते हुए भी यह घटना सुरक्षाकर्मियों की सतर्कता के कारण किसी बड़े हादसे में नहीं बदली। वन विभाग द्वारा श्रद्धालुओं और स्थानीय प्रशासन को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

न्यूज़ डेस्क

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