
रानी स्टेशन। राजस्थान के रानी कस्बे में आज का दिन ऐतिहासिक और भक्तिमय माहौल से भरा रहा। गौरवमयी गोड़वाड़ क्षेत्र की पावन भूमि पर श्री शांतिनाथ-सुपार्श्वनाथ जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में परम पूज्य आचार्य श्री मद प्रशांत शेखर सुरीश्वर जी महाराज का चातुर्मास के लिए भव्य मंगल प्रवेश संपन्न हुआ।
इस विशेष अवसर पर जैसे ही आचार्य श्री का रानी नगर में पदार्पण हुआ, वैसे ही श्रद्धालुओं और गुरु भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। पूरा नगर भक्ति, शक्ति और श्रद्धा के रंग में रंग गया। डीजे पर बज रही प्रभु भक्ति की धुनों पर भक्तों ने नृत्य करते हुए, पूरे उत्साह और उल्लास से स्वागत किया।
भव्य शोभायात्रा की शुरुआत महावीर स्तंभ से हुई, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय समाजजन, श्रद्धालु और युवाओं ने भाग लिया। यात्रा मार्ग को रंग-बिरंगी सजावट, तोरण द्वार और पुष्प वर्षा से सुसज्जित किया गया था। वातावरण में मंगलाचरण, भजन और जयघोष गूंजते रहे।
इस मंगलमयी धर्म यात्रा में जैन समाज के कई प्रमुख श्रद्धालु एवं सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
राजकुमार राठौड़, दिनेश जैन, भरत राठौड़, चंदूलाल जैन, हेमराज जैन, मोतीलाल राठौड़, नवरत्न सी. मेहता, रमेश जैन, अशोक मेहता, सुमेरमल सेमलानी, धर्मेंद्र जैन, जयंतीलाल जैन, मुकेश राठौड़, सुमित जैन, रोशन धोका, मनीष मेहता, रवि धोका, महावीर जैन, कुशल जैन, राकेश राठौड़, अनिल जैन, मीठालाल जैन सहित अनेक धर्मप्रेमी श्रद्धालु उपस्थित थे।
पूरे नगर में धार्मिक ऊर्जा और आस्था की अद्भुत लहर देखने को मिली। इस चातुर्मास में आचार्य श्री के सान्निध्य में धर्म साधना, प्रवचन, तपस्या और आत्मकल्याण की अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। रानी नगर के लिए यह चातुर्मास एक दिव्य सौभाग्य है।
आचार्य श्री मद प्रशांत शेखर सुरीश्वर जी का रानी में चातुर्मास प्रवेश न केवल एक धार्मिक अवसर है, बल्कि यह समस्त जैन समाज के लिए गौरव और आध्यात्मिक उत्थान का अवसर भी है। आने वाले चार महीनों तक रानी में भक्ति, संयम और साधना की गूंज बनी रहेगी।