
संवाददाता – भरत जीनगर, रानी स्टेशन: रानी शहर के प्रताप बाजार स्थित श्री हनुमान मंदिर प्रांगण में हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर रात्रिकालीन मेले का भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर मंदिर परिसर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से खचाखच भर गया। दर्शन हेतु श्रद्धालु घंटों लंबी कतारों में खड़े नजर आए।
महाआरती और धार्मिक कार्यक्रम:
हनुमान जन्मोत्सव के इस आयोजन में श्री हनुमान जी की महाआरती बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से की गई। मंदिर के व्यवस्थापक देवराज कुमावत वर्ष भर मंदिर में अपनी सेवाएं निःस्वार्थ भाव से देते हैं, जिनका इस आयोजन में भी विशेष योगदान रहा।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रानी के व्यापारीगणों द्वारा प्रसादी वितरण की सुंदर परंपरा निभाई गई, जिसमें श्रद्धालुओं को स्नेहपूर्वक भोजन और प्रसाद वितरित किया गया।
शांति, सौहार्द और सामाजिक एकता का प्रतीक:
इस मेले में विभिन्न समाजों के लोग बड़े उत्साह से भाग लेते हैं, जिससे यह आयोजन शांति, सौहार्द और सामाजिक एकता का प्रतीक बन गया है। मेले में हर उम्र के लोगों के लिए आनंद का अवसर था।
हनुमान चालीसा पाठ एवं पूजा-अर्चना:
इस अवसर पर अंजनेय मंडल, रानी द्वारा हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया, जो शीतला माता मंदिर प्रांगण में संपन्न हुआ। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लेकर पुण्य अर्जित किया।
मनोरंजन और खानपान के स्टॉल:
मेले में अनेक प्रकार की दुकानों और मनोरंजन के साधनों ने श्रद्धालुओं को आकर्षित किया। इसमें मनिहारी सामान, बच्चों के खिलौने, बड़े झूले, बच्चों की सवारी गाड़ियाँ, कोकरी, प्लास्टिक आइटम्स, कॉस्मेटिक उत्पाद, हैण्डीक्राफ्ट, आइसक्रीम, भेलपुरी, दाबेली, पावभाजी, गुब्बारे, पानी पुरी, कुल्फी, गन्ने का रस, शर्बत, नींबू पानी, फ्रूट सलाद और अनेक प्रकार की खाद्य वस्तुएं उपलब्ध थीं। विशेष रूप से झूले मेले के मुख्य आकर्षण रहे।
विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति:
मेले में अनेक गणमान्य नागरिकों, राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
रानी नगरपालिका अध्यक्ष भरत राठौड़, उपाध्यक्ष डालचंद चौहान, भाजपा मंडल अध्यक्ष जयंतिलाल वैष्णव, वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र गौतम, जयंतिलाल जैन, राकेश राठौड़, हिन्दू युवा संगठन अध्यक्ष हसमुख मेवाड़ा, गोविंद परमार, पार्षद ललित सोनी, जसवंत राज जैन, राजू भाई, रौनक जैन, किरण सोनी, राहुल सोनी, भरत बोराणा, रवि धोका, राजेन्द्र अग्रवाल, चेतन सुथार, सवाराम मेघवाल, हितेश सोनी, विक्रम सोलंकी, दीपाराम गर्ग, जोधाराम कुमावत, कपूराराम प्रजापत, नर्मदा कंवर राजपुरोहित, सीता बंजारा, गोपीचंद माली, बाबूलाल भाट, मदन भाया, सीटू भाई, सरदार राजकुमार भाट, मदनलाल भाट, राजू भाट, गणपत चौधरी, जयप्रकाश छीपा, बंटी छीपा, गणपत सोनी, सुरेश सोनी, प्रवीन अरोड़ा, धर्मेन्द्र जैन, हरिसिंह चौहान, विकास नायर, रामचंद्र वैष्णव, अनिल अरोड़ा, कुंदन सिंह राजपुरोहित, ईश्वर सिंह राजपुरोहित, किरण रांकावत, हरीश माली, मनोज सोलंकी, तेजाराम, पवन मेवाड़ा, भुवनेश गेहलोत, सेबी सरदार, नितू राठौड़, सचिन जैन, विक्रांत अग्रवाल, जगदीश अग्रवाल, हरीश चौधरी, खीमराज सुथार, रविंद्र पुजारी, रोहित वैष्णव और सैकड़ों कार्यकर्ता।
मेला डेकोरेशन एवं सुरक्षा व्यवस्था:
मेले की सजावट आकर्षक तोरण द्वार और शानदार रोशनी से की गई थी। इस डेकोरेशन की सम्पूर्ण व्यवस्था नरेश वैष्णव रांकावत द्वारा की गई, जो कई वर्षों से इस सेवा में सक्रिय हैं।
नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी सुदर्शन जांगू की निगरानी में पुलिस प्रशासन ने भी मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था को संभाला, जिससे मेला पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा।
I went over this website and I believe you have a lot of fantastic information, saved to bookmarks (:.