सादड़ी नगरपालिका में पारदर्शिता पर उठे सवाल, बोर्ड बैठक के प्रस्ताव और एजेंडा की कॉपी सार्वजनिक करने की मांग

पाली। जिले की सादड़ी नगरपालिका प्रशासन पर पारदर्शिता में भारी लापरवाही और हठधर्मिता के गंभीर आरोप लगे हैं। नगरपालिका सादड़ी में दिनांक 13 फरवरी 2025 को बोर्ड बैठक का आयोजन हुआ था, लेकिन बैठक को हुए एक माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष और पार्षदों को न तो बैठक में लिए गए प्रस्तावों की प्रमाणित प्रति दी गई और न ही बोर्ड एजेंडा की कॉपी उपलब्ध करवाई गई है।
इस पूरे मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष रेखराज मेवाड़ा ने जिला कलेक्टर महोदय पाली को लिखित में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नगरपालिका प्रशासन की मंशा शुरू से ही संदेहास्पद रही है। बोर्ड बैठक में लिए गए कई प्रस्ताव एजेंडे के अनुरूप नहीं लिए गए, जिससे भ्रष्टाचार की बू आ रही है। पार्षदों को जानकारी देने से इनकार कर प्रशासन प्रस्तावों को छिपाने में लगा हुआ है, जिससे पूरे पार्षद मंडल में आक्रोश व्याप्त है।
नेता प्रतिपक्ष रेखराज मेवाड़ा ने मांग की है कि जिला प्रशासन इस मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए बोर्ड बैठक में लिए गए सभी प्रस्तावों की प्रमाणित प्रति और बोर्ड एजेंडे की कॉपी उपलब्ध करवाए, ताकि नगरपालिका प्रशासन की पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके और किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की जांच हो सके।
रेखराज मेवाड़ा ने इस पत्र की प्रतिलिपि झाबरसिंहजी खर्रा (मंत्री, स्वायत्त शासन विभाग), निदेशक स्वायत्त शासन विभाग जयपुर, और उप निदेशक महोदय जोधपुर को भी भेजते हुए मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि सादड़ी नगरपालिका में पारदर्शिता का अभाव है और प्रशासनिक कार्यशैली सवालों के घेरे में आ चुकी है। यदि समय रहते प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाए तो यह मामला बड़ा राजनीतिक और कानूनी मुद्दा बन सकता है।