संस्कृत भारती की जिला बैठक संपन्न
- शाहपुरा
संस्कृत भारती संगठन को 2025 तक ग्राम स्तर तक ले जाने के लिए कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। संस्कृत भारती संस्कृत भाषा को जन भाषा बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। संस्कृत जन भाषा तभी हो सकती है जब कार्यकर्ता निष्ठा पूर्वक अपने कार्य को बढ़ाएंगे। यह बात संस्कृत भारती शाहपुरा जनपद की वार्षिक योजना बैठक के अवसर पर बोलते हुए विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने कहीं।
कुमावत ने कहा है कि कार्यकर्ताओं को कार्य की चिंता करते हुए प्रत्येक गांव, नगर, बस्ती तक संस्कृत भारती का काम खड़ा करना है उन्होंने कहा है कि आज जिले के प्रत्येक गांव तक पहुंचाने के लिए हमें समय दान की आवश्यकता है। देववाणी संस्कृत भाषा फिर से लोगों की आम बोलचाल की भाषा बने उसके लिए कार्यकर्ताओं को गति बढ़ानी होगी। बैठक का शुभारंभ ध्येय मंत्र से किया गया।
बैठक में वार्षिक कार्य योजना प्रस्तुत की जिसमें वर्ष भर होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई। विभाग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने शाहपुरा जिले के दायित्वों की घोषणा की जिसमें शाहपुरा जिला अध्यक्ष शिक्षाविद् तेजपाल उपाध्याय, जिला मंत्री जगदीश चंद्र साहू, जिला प्रशिक्षण प्रमुख ओमप्रकाश साहू, जिला प्रचार प्रमुख आसाराम माली, शाहपुरा विकासखंड संयोजक लोकेश कुमार सेन, सह संयोजक चेतन कुमावत, पनोतिया ग्राम संयोजिका किस्मत कुमावत, सहसंयोजिका रितिका माली की घोषणा की।
इस अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं ने संस्कृत भाषा को जन भाषा बनाने का संकल्प दोहराया। बैठक में ग्रीष्मावकाश में लगने वाले संभाषण शिविर पर भी चर्चा हुई जिसमें स्थान और समय की जानकारी शीघ्र ही दी जाएगी।
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