कैसे दें विदाई गुरु तो घट में बसते हैं, कैसे दें उन्हें विदाई
मुंबई| मुंबई चातुर्मास की घोषणा के पश्चात सर्वप्रथम 22 फरवरी 2020 को कोल्हापुर मैं पूजनीय गुरुदेव के महाराष्ट्र स्तरीय अभिनंदन के प्रथम कार्यक्रम से लेकर अभी के 275 दिन के गोलावड से लेकर पनवेल तक के वृहद मुंबई प्रवास में बहु प्रतिक्षित चरण स्पर्श के पावन अवसर के साथ चातुर्मास मुंबई के उपनगरों का परिभ्रमण मर्यादा महोत्सव वह अनेक कार्यक्रम आयोजित हुए पुजनीय गुरु देव आचार्य श्री महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति के निर्देशन में सभी वरिष्ठ जनो के अनुभव के साथ युवाओं के साहस समर्पण ने सच में इस दीघ यात्रा को एक सफलतम सफर के रूप में तबदील कर दिया गुरु देव के प्रवचनों में आगम के गढ़ ज्ञान और जब भी निजी सेवा का अवसर मिला तब तब त्याग तपस्या समता भाव रखने की प्रेरणा देवे रहे हमेशा हौसला अफजल समर्पण के साथ कठिन परिश्रम हेतु मार्ग दर्शन किया हमेशा गुरुदेव के मीढी मुस्कान बिखेरते निर्दोष मासुम रांग देष मुफ्त बाल रूप के दर्शन किये।