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अमर शहीद आजाद व लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जयंती मनाई, श्रद्धा सुमन अर्पित किए

सादड़ी वरिष्ठ भाजपा नेता व एडवोकेट हीर सिंह राजपुरोहित के कार्यालय पर अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद व लोकमान्य बल गंगाधर तिलक दोनों महापुरुषों की जयंती मनाई गई.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व आयुर्वेद मंत्री अचलाराम मेघवाल ने महापुरुषों की जीवनी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की-

आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 भाबरा मध्य प्रदेश में हुआ और इनका बलिदान 27 फरवरी 1931 प्रयागराज उत्तर प्रदेश में हुआ. मात्र 15 वर्ष की आयु में असहयोग आंदोलन का हिस्सा बने जेल हुई अंग्रेजों द्वारा कई तरह की यातनाएं दी गई लेकिन पीछे मुड़कर नहीं देखा बचपन में भील बालकों के साथ तीरंदाजी खेलते खेलते अचूक निशानेबाज बने अति बुद्धिमान और संस्कृत के विद्वान बने, हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन का गठन किया, ऐतिहासिक काकोरी कांड के 10 क्रांतिकारियों में से एक थे. वही श्री लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक महान समाज सुधारक विचारक स्वतंत्रता सेनानी थे.

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एडवोकेट हीर सिंह राजपुरोहित ने बताया की-

आजाद शारीरिक क्षमता के साथ बुद्धिमान थे. वीरता और साहस के पर्याय आजाद स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद हमेशा अमर हो गए छोटी सी उम्र में देश आजादी का जज्बा उनमें कूट-कूट कर भरा था. इनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया की इन्होंने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन का गठन किया तथा साॅण्डर्स का वध करके लाला लाजपत राय की मौत का बदला लिया। आजाद के सफल नेतृत्व में भगत सिंह व बटुकेश्वर दत्त द्वारा दिल्ली की केंद्रीय असेंबली में बम विस्फोट किया। आजादी की लड़ाई लड़ते-लड़ते अमर शहीद हो गए. भाजपा नेता हीरसिंह राजपुरोहित ने कहा की हमें इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।

नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेश पुरी गोस्वामी ने बताया की-

आजाद छोटी सी उम्र में स्वतंत्रता के लिए जो कर दिखाया हिंदुस्तान की जनता हमेशा ऋणी रहेगी। अंग्रेजों की यातनाएं सहते हुए महान बलिदानी वीरता और साहस के साथ संघर्ष किया। 27 फरवरी 1931 प्रयागराज के आल्फ्रेड पार्क में पुलिस ने चारों तरफ घेर लिया आजाद ने मुकाबला किया लेकिन अंतिम एक गोली शेष रही महान क्रांतिकारी ने खुद को गोली मार कर हमेशा के लिए आजाद हो गए. भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अग्रदूत पूर्ण स्वराज के उद्घोषक विद्वान समाज सुधारक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करते रहे उन्होंने हमें बहुत ही प्रभावित करने वाला संदेश दिया “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा”

वही एडवोकेट विनोद मेघवाल, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष नारायण देवासी ने भी अपने विचार रखे.
कार्यक्रम में सुंदर भाई बोहरा, वक्तावर सुथार, सुरेश राजपुरोहित मादा, दीपक श्रीमाली, एडवोकेट शुभम, प्रकाश मीणा, वीरेंद्र पाल जाट सहित भाजपा कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे.

न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

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