
- पाली
राजस्थान के सूरतगढ़ में आर्य जनता के जन सहयोग से बन रहे आर्य गुरूकुल महाविद्यालय के भवन का शिलान्यास कार्यक्रम बुधवार को आर्य महासंघ के अध्यक्ष आचार्य हनुमत प्रसाद अथर्ववेदाचार्य की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में राजस्थान की आर्य समाजों के सैकड़ो वैदिक धर्मानुरागी ऋषिभक्तो ने सहभागिता निभाई। समारोह के तहत सर्वप्रथम स्वराज्य यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा, राष्ट्रीय आर्य संरक्षण सभा, राष्ट्रीय आर्य संवर्धिनी सभा, राष्ट्रीय आर्य छात्र सभा, राष्ट्रीय दलितो धारिणी सभा और सर्वहित पार्टी के अनेक गणमान्य जन सम्मेलन में सम्मिलित हुए।
गुरूकुल के आचार्य अशोक पाल ने वाट्स एप पर बताया कि इस अवसर पर गुरूकुल के आचार्य हनुमत प्रसाद ने कहां की हम सबको मिलकर संपूर्ण विश्व का आर्यकरण करना है। इसलिए सबको एक रहकर मिलजुलकर ग्राम-ग्राम, नगर-नगर में आर्य गुरुकुल खोलने का संकल्प व्यक्त करना होगा, तभी हम ऋषि दयानंद जी महाराज के स्वप्नों को साकार कर कृण्वन्तो विश्वमार्यम का नारा सार्थक करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि आर्य महासंघ इस ओर कदम बढ़ा चुका है। हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ के हजारों गांवो में आर्य समाज स्थापित किये जा चुके हैं। सभी आर्यसमाज अपने-अपने ग्राम में आर्य गुरुकुल स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी श्रृंखला में आर्य गुरुकुल महाविद्यालय सूरजगढ़ राजस्थान का प्रथम आर्य गुरुकुल महाविद्यालय है जो आर्य महासंघ के अंतर्गत कार्य कर रहा है। पिछले सप्ताह गुरुकुल की ओर से राजस्थान को आर्यस्थान बनाने के लिए आर्य प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया था।
आचार्य जी ने कहां कि हमें बहुत दृढ़ता पूर्वक एक लक्ष्य निर्धारित कर उसकी सफलता के लिए सबको निष्काम भावना से जूटना होगा। तभी कार्य में सफलता मिलेगी। इस भव्य कार्यक्रम में आचार्य जितेंद्र, आचार्य संजीव, आचार्य अशोक पाल, आचार्य दयानंद, आचार्य कुलबीर, वैदिक आचार्य सतीश, आचार्य राजेश, संदीप शास्त्री, धर्मवीर शास्त्री, आचार्य दीपक, आचार्य रोबिन, आचार्य वीरवसु, आचार्य प्रवेश, आचार्य इंदिरा, आचार्या सुमन, आचार्य महेश, आचार्य रामनिवास सहित सैकड़ों आर्यजन मोजूद रहे।