उल्लास योजना से साक्षरता की नई अलख: 50 असाक्षर ग्रामीणों को शिक्षा का उजाला
ग्रामीण असाक्षर पुरूषों व महिलाओं में शिक्षा के प्रति रुचि जागृत कर पढ़ाया जा रहा है मोबाईल से डिजिटल शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं जन-जन में साक्षरता की अलख जगा रही .
उल्लास योजना नव भारत साक्षरता कार्यक्रम उल्लास में हस्ताक्षर के साथ संख्या ज्ञान गिनती अंक ज्ञान डिजिटल साक्षरता वित्तीय साक्षरता व्यवहारिक ज्ञान जानकारी यातायात नियमों को भी साक्षरता में जोड़ा गया है उल्लास योजना असाक्षरों के लिए वरदान साबित हो रही है पंचायत शिक्षक देवी सिंह देवल ने पिछले दो वर्षों से उदलियावास में चालिस असाक्षर महिलाओं व दस असाक्षर पुरूषों को चिन्हित कर दी बुनियादी शिक्षा दी उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम से उदलियावास में पंचायत शिक्षक एवं स्वयं सेवी शिक्षक संविदा कर्मी देवी सिंह देवल कूपडावास की मेहनत रंग ला रही है.
देवल ने उल्लास एप पर चिन्हित असाक्षरो का पंजीकरण कर उन्हें अक्षर ज्ञान संख्या ज्ञान डिजिटल साक्षरता व्यावहारिक जानकारी यातायात नियमों कि जानकारी दे कर असाक्षरों को जागरूक बनाने का कार्य कर रहे हैं पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी उदलियावास जोगाराम सीरवी ने बताया कि असाक्षर महिलाएं भी बड़ी लग्न मेहनत से शिक्षा का महत्व समझ कर पढ़ाई कर रही हैं साक्षरता बिलाड़ा ब्लाक कार्डिनेटर भूडाराम सीरवी ने बताया कि ग्रामीण भी यूट्यूब वीडियो के माध्यम से नव भारत साक्षरता कार्यक्रम का उद्देश्य समझ कर उन विडीयो को उत्सुकता से देखते हैं तथा डिजिटल साक्षरता की जानकारी ले रहे हैं.
उप प्रधानाचार्य ओम प्रकाश वर्मा मेघवाल ने बताया कि जो महिलाएं मजदूरी कर रही है उनको भी अब चिन्हित कर साक्षर बनाया जा रहा है मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कानाराम हिमार ने बताया कि यह एक केंद्रीय योजना है इसका उद्देश्य 15 वर्ष और इससे अधिक आयु के वयस्कों को भी सशक्त बनाना है जिन्हें उचित स्कूली शिक्षा नहीं मिल पाती है इस योजना का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान महत्वपूर्ण जीवन कौशल व्यावसायिक कौशल बुनियादी शिक्षा और सतत शिक्षा का विकास है .
सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और 2021-22 की बजट घोषणा के अनुरूप वयस्क शिक्षा के सभी पहलुओं को कवर करने के लिए वित्त वर्ष 2022-23 की अवधि के लिए न्यू इंडिया साक्षरता कार्यक्रम नव भारत साक्षरता कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा है अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बिलाड़ा भगवती प्रसाद परिहार ने बताया कि प्रतिवर्ष 1 सितंबर से 8 सितंबर तक साक्षरता सप्ताह मनाया जाता है 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से लेकर ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय जिला स्तर पर प्रदेश स्तर पर व राष्ट्रीय स्तर पर साक्षरता के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
साक्षरता के कार्य के लिए सरकार संवेदीकरण है भारत सरकार द्वारा सभी के लिए शिक्षा जिसे पहले पौढ़ शिक्षा के नाम से जाना जाता रहा है पर एक नई केंद्रीय प्रायोजित योजना नव भारत साक्षरता कार्यक्रम एन आई एल पी शुरू किया है जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी जोधपुर लाला राम भाटी ने बताया कि उल्लास कार्यक्रम का मकसद भारत को जन-जन साक्षर बनाना है भारत सरकार में 2022 से 2027 तक 5 साल की अवधि के लिए न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोगाम नमक एक केंद्र प्रायोजित योजना शुरू की है.
साक्षरता अभियान के नए चरण में मंत्रालय ने गैर साक्षर लोगों को पढ़ने के लिए 12 भाषाओं में उल्लास नाम से तीन नई पाठ्य पुस्तकें भी तैयार की है जो उन्हें अभियान के अलग-अलग स्तरों पर पढ़ाई जा रही है इस योजना में चिन्हित असाक्षरों पढ़ाने के बाद साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग राजस्थान सरकार द्वारा परीक्षा करवाई जाती है यह परीक्षा प्रति चार पांच माह बाद रविवार को पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में करवाई जाती है इसके बाद असाक्षरों का मूल्यांकन किया जाता है व प्रमाण पत्र दिया जाता है.
यह एक वैध बुनियादी शिक्षा का प्रमाण पत्र है उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत पिछले दो वर्ष में उदलियावास में पंचायत शिक्षक एवं स्वयं सेवी शिक्षक देवी सिंह देवल चारण ने 40 असाक्षर महिलाओं को बुनियादी शिक्षा देकर साक्षर बनाया है एवं 10 असाक्षर पुरुषों को साक्षर बुनियादी शिक्षा एवं सकारात्मक ज्ञान दे कर जागरूक बनाया है उदलियावास में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम उल्लास के तहत किए जा रहे साक्षरता कार्यों की सभी मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं।
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