डॉ. मामासाहेब जगदाले के 122वें जयंती समारोह में रघुनाथ माशेलकर और अनिल काकोडकर को सम्मान
राज्यपाल बागडे ने कहा— "समाज और राष्ट्र के लिए कार्य करने वाले ही महान होते हैं

जयपुर। महाराष्ट्र के बार्शी में आयोजित श्री शिवाजी शिक्षण प्रसारक मंडल के संस्थापक डॉ. मामासाहेब जगदाले के 122वें जयंती समारोह पर राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने पद्म विभूषण रघुनाथ माशेलकर और अनिल काकोडकर को कर्मवीर डॉ. मामासाहेब जगदाले समाज परिवर्तन गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “जो समाज और राष्ट्र के लिए कार्य करते हैं, वे ही सच्चे सम्मान के हकदार बनते हैं।”
बागडे ने दोनों विज्ञानियों के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, “रघुनाथ माशेलकर ने पॉलिमर विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं तथा नवाचार को नई दिशा दी है। वहीं, अनिल काकोडकर ने परमाणु ऊर्जा एवं रक्षा क्षेत्र में देश को स्वावलंबी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे सम्मान से अन्य लोगों को भी राष्ट्रहित में कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।
समारोह में डॉ. जगदाले के योगदान को याद करते हुए राज्यपाल ने कहा, “उन्होंने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए बार्शी में शिवाजी बोर्डिंग की स्थापना की और अपना जीवन समाज सेवा, स्वास्थ्य एवं शिक्षा को समर्पित किया। यह सम्मान उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का प्रतीक है।” उन्होंने लोगों से जगदाले के मार्ग पर चलते हुए समाज को कुछ देने का आह्वान भी किया।
संस्था के प्रतिनिधि जयंत कुमार शितोले ने अतिथियों का आभार जताया और संस्था की शैक्षणिक एवं सामाजिक गतिविधियों की जानकारी साझा की। इस अवसर पर डॉ. जगदाले की स्मृति को नमन करते हुए उनके आदर्शों को अपनाने पर बल दिया गया।