तहसील शाहपुरा में पटवारी को 1500 रूपये की रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बड़ी कार्यवाही: रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया पटवारी बबलू धोबी
शाहपुरा, पेसवानी। एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) मुख्यालय के निर्देशानुसार एसीबी भीलवाड़ा-प्रथम द्वारा आज एक महत्त्वपूर्ण ट्रैप कार्यवाही को अंजाम दिया गया। इस कार्यवाही के तहत शाहपुरा तहसील कार्यालय में कार्यरत पटवारी बबलू धोबी, निवासी ग्राम कादीसहना, थाना शाहपुरा, जिला भीलवाड़ा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
मामला क्या है?
परिवादी ने एसीबी को एक शिकायत दी थी जिसमें बताया गया कि उसके पिता की मृत्यु के उपरांत ग्राम लसाडिया, तहसील शाहपुरा, जिला भीलवाड़ा में स्थित खसरा संख्या 291, 414 एवं 535, कुल 6 बीघा भूमि का नाम अपने परिजनों के नाम विरासत में दर्ज करवाने के लिए वह संबंधित पटवारी श्री बबलू धोबी से मिला। यह मुलाकात 22 अप्रैल 2025 को तहसील कार्यालय में हुई थी।
शिकायत के अनुसार, पटवारी ने दस्तावेजों को ऑनलाइन करने और आगे की कार्यवाही के लिए परिवादी से ₹2000 की रिश्वत राशि की मांग की। परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी भीलवाड़ा-प्रथम को दी, जिस पर 22 अप्रैल 2025 को ही प्राथमिक सत्यापन करवाया गया। सत्यापन के दौरान पटवारी द्वारा ₹500 की रिश्वत तत्काल लेते हुए पाया गया।
ट्रैप कार्यवाही
शेष बची रिश्वत राशि ₹1500 आज दिनांक 30 मई 2025 को तहसील कार्यालय, शाहपुरा में पटवारी बबलू धोबी को देते समय एसीबी टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़ लिया गया। रिश्वत की यह राशि पटवारी की पैंट की जेब से बरामद की गई।
यह कार्रवाई एसीबी अजमेर रेंज के उप महानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरविजन में और एसीबी भीलवाड़ा-प्रथम की पुलिस निरीक्षक श्रीमती कल्पना के नेतृत्व में की गई।
वरिष्ठ अधिकारियों की प्रतिक्रिया
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता को परेशान कर रिश्वत मांगना गंभीर अपराध है और एसीबी इस तरह के मामलों में सख्त कार्यवाही कर रही है।
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्री राजेश सिंह के सुपरविजन में आरोपी से पूछताछ जारी है। इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच प्रारंभ कर दी गई है।
एसीबी की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक सशक्त संदेश है कि सरकारी तंत्र में किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आमजन को भी चाहिए कि वे ऐसे मामलों की शिकायत निडर होकर करें ताकि भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।
नोट: यदि आप भी किसी सरकारी कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगने या भ्रष्ट आचरण का सामना करते हैं, तो तुरंत एसीबी से संपर्क करें। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।