नया प्राथमिक विद्यालय भेलवई में भीषण गर्मी में भी स्कूली बच्चों को पानी का नसीब नहीं विभाग बेखबर

- टुण्डी
झारखंड सरकार लगातार शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए तरह तरह की महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम कर रही है ताकि झारखंड एक अच्छे शिक्षित राज्यों के नाम से जाना जा सकें मगर कुछ कुंभकर्णी अफसरों की पदस्थापन से झारखंड में शिक्षा का स्तर खर्च करने के बावजूद नहीं बढ़ पा रहा है।
इस भीषण गर्मी में भी स्कूली बच्चों को अगर पीने का पानी के लिए भटकना पड़े तो इस राज्य के लिए दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकता है। आइए जानते हैं टुण्डी प्रखंड की पश्चिमी सीमा जो कभी उग्रवाद क्षेत्र के नाम से जाना जाना जाता था मगर आज़ स्थिति कुछ और ही है सरकार द्वारा शिक्षा के प्रति एक अच्छी सोच ने लोगों को शिक्षित बनने पर मजबूर कर दिया है साथ ही एक अच्छे इंसान की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है मगर कुछ लापरवाह अफसरों के कारण शिक्षा विभाग में कई तरह की जन समस्याएं खड़ी हो गई है।
तथा इन अफसरों के कारण झारखंड में विकास की गति ठप सा हो गया है ताकि सरकार की बदनामी हो ऐसा ही कुछ उदाहरण हमारे टुण्डी प्रखंड के कई हिस्सों में देखने को मिल रहा है आज़ मैं मनियांडीह थाना क्षेत्र के नया प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र भेलवई में एक सोलर जलमिनार जो कई महीनो से बेकार पड़ा है और बच्चे एक बूंद पानी के लिए तड़प रहें हैं जबकि मजेदार बात यह है कि झारखंड सरकार स्कूली शिक्षा पर लगातार अच्छी खासी आवंटन भेजने का काम लगातार कर रही है।
चाहे वह रंगरोगन हो या फिर पानी पर खर्च हो मेंटनेंस के नाम पर लाखों रूपए की आवंटन स्कूलों को मिल रहा है फिर भी बच्चों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा और बच्चे इस भीषण गर्मी में पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। खासकर पानी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण मध्याह्न भोजन पर इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है बच्चों को प्यास लगने पर क्लास बीच में छोड़कर अपने घर पानी पीने के लिए जाना पड़ रहा है जिससे पढ़ाई में बाधित हो जा रहा है।
प्रभारी पारा शिक्षक राजेश कुमार मंडल ने बताया कि विभाग को इस समस्या से अवगत करा दिया गया है फिर भी पेयजल की समुचित व्यवस्था विभाग द्वारा नहीं किए जाने से स्कूली शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है खासकर आंगनबाड़ी में छोटे छोटे बच्चों को ज्यादा तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।