न्यायाधीश भाटी ने किया पाली जिला कारागृह का आकस्मिक निरीक्षण बंदियों से की बातचीत, जेल व्यवस्थाओं का लिया जायजा

पाली, राजस्थान। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार पाली जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विक्रम सिंह भाटी द्वारा पाली जिला कारागृह का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का उद्देश्य कारागृह में बंदियों की स्थिति, उपलब्ध सुविधाएं तथा विधिक सहायता की उपलब्धता का आकलन करना था।
निरीक्षण के दौरान कुल 91 बंदी जिला कारागृह, पाली में निरूद्ध पाए गए। न्यायाधीश भाटी ने प्रत्येक बैरक में जाकर बंदियों से प्रत्यक्ष संवाद किया और उनसे भोजन व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाएं, पेयजल की उपलब्धता तथा सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि किसी भी बंदी को केवल इस कारण से जेल में न रहना पड़े कि वह निजी अधिवक्ता करने में असमर्थ है या विधिक सहायता से वंचित है। उन्होंने विशेष रूप से ऐसे बंदियों की जानकारी ली जिनकी जमानत स्वीकृत हो चुकी है, फिर भी वे जेल में निरूद्ध हैं। इस संदर्भ में उन्हें आवश्यक विधिक सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया।
सचिव भाटी ने यह भी सुनिश्चित किया कि जिला कारागृह में कोई भी नाबालिग बंदी निरूद्ध न हो। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बालिग एवं नाबालिग बंदियों की श्रेणीकरण प्रक्रिया की समीक्षा की और जेल प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए कि नाबालिगों के मामलों में विशेष सावधानी बरती जाए।
ओपन जेल का भी किया निरीक्षण
निरीक्षण के अगले चरण में भाटी ने पाली स्थित ओपन जेल का भी निरीक्षण किया, जहां इस समय 7 बंदी निरूद्ध हैं। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं का भी गहन अवलोकन किया तथा बंदियों से संवाद कर उनकी समस्याएं एवं विधिक स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
सचिव भाटी ने ओपन जेल में निरूद्ध उन बंदियों से विशेष रूप से जानकारी ली जिनकी सजाएं माननीय उच्च न्यायालय द्वारा बरकरार रखी गई हैं। उन्होंने ऐसे मामलों में सर्वोच्च न्यायालय में अपील किए जाने की संभावनाओं पर चर्चा की और उन्हें विधिक सहायता प्रदान करने के संबंध में जानकारी दी। हालांकि, किसी भी सजायाफ्ता बंदी द्वारा विधिक सहायता के लिए अपील की कोई मांग नहीं की गई।
निरीक्षण के दौरान ये अधिकारी रहे उपस्थित
इस निरीक्षण के दौरान जेल प्रशासन की ओर से जिला कारापाल जोराराम, जेल विजिटिंग लॉयर सुश्री वैशाली व्यास एवं अलताफ हुसैन सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर निरीक्षण को सफलतापूर्वक संपन्न कराया और न्यायाधीश भाटी को आवश्यक जानकारियां प्रदान कीं।
इस निरीक्षण के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि जिला कारागृह प्रशासन बंदियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है, साथ ही विधिक सहायता की उपलब्धता पर भी सतत निगरानी रखी जा रही है। भाटी ने जेल प्रशासन को निर्देश दिए कि बंदियों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और जरूरतमंद बंदियों को समय पर विधिक सहायता उपलब्ध करवाई जाए।
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