पाली क्षेत्राधिकार में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत की कार्रवाई
फैक्ट्री से मसालों के सैंपल लिए, नकली घी के संदेह पर घी जब्त
सुमेरपुर । शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत चिकित्सा विभाग के खाद्य सुरक्षा दल की टीम ने शनिवार को पाली क्षेत्राधिकार के अंतर्गत सराधना रीको एरिया में कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान टीम ने करीब 7 हजार किलोग्राम मिर्ची, धनिया व हल्दी पाउडर के सैंपल लिए गए तथा नकली घी के संदेह पर 180 लीटर घी जब्त कर सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवाया गया।
आमजन को शुद्ध एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से “शुद्ध आहार – मिलावट पर वार“ अभियान के तहत अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह एवं राज्य खाद्य सुरक्षा आयुक्त इकबाल खान के निर्देशानुसार शनिवार को पाली क्षेत्राधिकार के अधीन सराधना रीको एरिया (रायपुर) में आयुक्तालय खाद्य सुरक्षा एव औषधि नियंत्रण जयपुर से संयुक्त आयुक्त डा एसएन धौलपुरिया व पाली सीएमएचओ डॉ विकास मारवाल के संयुक्त नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा दल ने पाली क्षेत्राधिकार के सराधना रीको एरिया रायपुर में चल रही अरिहंत फूड प्रोडक्ट में मसाला मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा दल ने 5450 किलोग्राम मिर्ची पाउडर को सीज कर नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाए गए। इसी फैक्ट्री से 750 किलो ग्राम हल्दी पाउडर व 750 किलो ग्राम धनिया पाउडर जब्त कर सैंपल लिए गए। टीम ने इसी फैक्ट्री से नकली घी के संदेह पर 180 लीटर श्री अरिहंत ब्रांड नाम से घी को जब्त कर सैंपल लेकर नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाए गए। शनिवार को की गई कारवाई में आयुक्तालय खाद्य सुरक्षा एव औषधि नियंत्रण जयपुर से संयुक्त आयुक्त डा एसएन धौलपुरिया, पाली सीएमएचओ डॉ विकास मारवाल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी केंद्रीय दल के विनोद शर्मा, अमित शर्मा, देवेंद्र सिंह राणावत, पाली से खाद्य सुरक्षा अधिकारी नारायण सिंह इंदा, डीईओ ओम प्रकाश प्रजापत भी साथ रहे। गौरतलब है कि आमजन को शुद्ध आहार मिले, इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण करते हुए खाद्य पदार्थ के सैंपल ले रहे हैं। साथ ही आमजन को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 तथा खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।