पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जयंती मनाई गई
नोहर। देश के पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेई की 100 वीं जन्म शताब्दी सुशासन वर्ष के रूप में भारत माता आश्रम में मनाई गई। जिसमें मुख्य वक्ता भारत माता आश्रम के महंत योगी रामनाथ अवधूत, पूर्व प्रदेश मंत्री काशीराम गोदारा ने अटल जी की जीवनी पर प्रकाश डाला और कहा की अटल जी युवा अवस्था में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा से जुड़ गए थे जो बाद में घर का त्याग कर प्रचारक बने थे।
वाजपेई भारतीय जनसंघ पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। वे एक लेखक कवि एवम पत्रकार भी थे। भारत की नदियों को जोड़ने एवम सड़कों द्वारा भारत के हर ग्राम को जोड़ने की उन्होंने पहल की। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे। भारत सरकार ने उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया। इस अवसर पर किसान मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश बेनीवाल, नगर मंडल अध्यक्ष शेलेंद्र वर्मा, फेफाना मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश बिजारनिया, देहात मंडल अध्यक्ष कुलदीप सहू, खुईया मंडल अध्यक्ष धर्मपाल मान, महामंत्री प्रद्युमन व्यास, अभिषेक पारीक, श्री कृष्ण सोनी, विजय पाल स्वामी, विनोद सोनी, राजकुमार पारीक, पंकज पारीक, वीरेंद्र सुथार, दशरथ गोदारा, लोकेश भाटी, हनुमान सहू , प्रताप सहारण ,रामकिशन जोशी एवम अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।