
नोहर। गुरुवार को स्थानीय सोनड़ी बस स्टैंड पर भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की 101वीं जयंती सुशासन दिवस के रूप में श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में अटल जी के राष्ट्रवादी विचारों, जीवन संघर्ष और सुशासन की परंपरा को याद किया गया।
इस अवसर पर राजस्थान में भाजपा सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर नोहर विधानसभा क्षेत्र में संचालित विकास रथ के प्रचार-प्रसार अभियान का भी विधिवत समापन किया गया। यह अभियान पिछले पखवाड़े भर गांव-गांव जाकर सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से चलाया गया था।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारत माता आश्रम के महंत योगी श्री रामनाथ अवधूत रहे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा पूर्ण करने के बाद अटल जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बने। संघ की संगठनात्मक योजना के तहत वर्ष 1951 में उन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय, बलराज मधोक, सुंदर सिंह भंडारी, कुशाभाऊ ठाकरे और लालकृष्ण आडवाणी के साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में भारतीय जनसंघ की स्थापना हेतु राजनीति के क्षेत्र में भेजा गया।
महंत योगी श्री रामनाथ अवधूत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी केवल एक कुशल राजनेता ही नहीं थे, बल्कि वे उत्कृष्ट लेखक, कवि, पत्रकार और ओजस्वी वक्ता भी थे। उन्होंने कई पत्र-पत्रिकाओं का संपादन किया और उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा को समर्पित रहा।

कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश मंत्री काशी राम गोदारा ने राजस्थान सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए गरीबों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं एवं समाज के अन्य वर्गों के लिए संचालित लोक कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की भावना से बनाई गई हैं।
इस अवसर पर जिला महामंत्री नंदलाल वर्मा, शैलेंद्र वर्मा तथा मंडल अध्यक्ष अभिषेक पारीक ने भी भाजपा सरकार के दो वर्षों की उपलब्धियों और जनसेवा कार्यों पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में सुशासन पखवाड़े के जिला सह संयोजक रमेश बेनीवाल, मंडल अध्यक्ष ओम बिजारणियां सहित राकेश पूनिया, कुलदीप सहू, धर्मपाल मान, अदरीस गोरी, राजकुमार पारीक, कृष्ण जोशी, ओम लालवानी, राकेश हिसारिया, बेबी पारीक, दशरथ गौड, मनीष सरावगी, मुरली छींपा, अजीत सिंह राठौड़, श्रवण रैगर, सुरेंद्र गालड़ सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं एवं गणमान्य नागरिकों की भी उपस्थिति रही।
समापन पर अटल बिहारी वाजपेई के आदर्शों पर चलने और सुशासन की भावना को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया।













