
भायंदर पश्चिम स्थित ईदरा कॉम्प्लेक्स, 60 फीट रोड पर स्थित महेश्वर महादेव मंदिर में बुधवार को सीतला सप्तमी पर्व बड़े ही श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस विशेष अवसर पर मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया था। चारों ओर भगवा ध्वज लहरा रहे थे, मंदिर की भव्य सजावट रंग-बिरंगी लाइटिंग और फूलों से की गई थी, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय और दिव्य नजर आ रहा था।
माताओं ने मां सीतला के दरबार में मांगा अपने परिवार की खुशहाली का आशीर्वाद
पर्व के अवसर पर सुबह से ही महिलाओं और श्रद्धालुओं का मंदिर में तांता लग गया। बड़ी संख्या में माताएं अपने परिवार की सुख-शांति और संतानों की लंबी उम्र की कामना लेकर मां सीतला के चरणों में पहुंचीं। सभी ने मां के दरबार में सिर झुकाकर प्रार्थना की और परिवार में खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की।
बासोड़ा और विशेष भोग अर्पित कर की गई पूजा-अर्चना
सीतला सप्तमी पर्व पर परंपरा अनुसार श्रद्धालुओं ने एक दिन पूर्व यानी मंगलवार को बासोड़ा (ठंडा भोजन) बनाया था। बुधवार को बासोड़े का भोग मां सीतला को अर्पित किया गया। इसके साथ ही भक्तों ने चावल, दही, नवैद्य, जल, फूल, माला, नारियल और अन्य पूजा सामग्री अर्पित कर मां सीतला की विधिवत पूजा-अर्चना की। पूरे मंदिर परिसर में भक्ति भाव का वातावरण बना रहा।
सुबह 6 बजे से ही उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
सीतला सप्तमी के पावन पर्व पर महेश्वर महादेव मंदिर में सुबह 6 बजे से ही श्रद्धालु जुटने लगे थे। मंदिर के बाहर लंबी कतारें लग गईं। श्रद्धालुओं में विशेष आस्था देखने को मिली। मंदिर के पुजारी जगदीश भाई श्रीमाली ने बताया कि महेश्वर महादेव मंदिर बहुत ही चमत्कारी माना जाता है। यहां जो भी सच्चे मन से प्रार्थना करता है, उसकी मनोकामना शीघ्र ही पूर्ण होती है।
देश में सुख-शांति और समृद्धि की कामना
पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं ने मां सीतला और महेश्वर महादेव से देश में सुख-शांति, समृद्धि और सभी परिवारों के कल्याण की प्रार्थना की। हर वर्ष की तरह इस बार भी मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी ने आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बना दिया।
पुजारी जगदीश भाई श्रीमाली ने जानकारी देते हुए बताया कि महेश्वर महादेव मंदिर में ऐसे धार्मिक आयोजन हमेशा होते रहते हैं और भविष्य में भी इसी तरह के धार्मिक उत्सव भव्य रूप से मनाए जाते रहेंगे।