भायंदर (मुंबई) के महेश्वर महादेव मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया दशामाता पर्व

भायंदर (मुंबई): भायंदर पश्चिम स्थित महेश्वर महादेव मंदिर में दशामाता पर्व हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में एकत्र हुए और विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
भक्तों की उमड़ी भीड़, भक्ति में डूबे श्रद्धालु
भायंदर के ईदरा कॉम्प्लेक्स, 60 फीट रोड स्थित महेश्वर महादेव मंदिर में तड़के सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। हजारों श्रद्धालु, विशेष रूप से महिलाएँ, इस पावन पर्व के अवसर पर व्रत और पूजा के लिए मंदिर पहुंचे। मंदिर को भगवा ध्वजों, आकर्षक लाइटिंग और फूलों से भव्य रूप से सजाया गया, जिससे पूरे परिसर में भक्तिमय वातावरण बना रहा।
दशामाता पूजा एवं धार्मिक अनुष्ठान
दशामाता पूजन का आयोजन विशेष विधि-विधान से किया गया, जिसमें श्रद्धालु महिलाओं ने अपने परिवार की सुख-समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की। महिलाओं ने पारंपरिक परिधान धारण कर दशामाता व्रत कथा सुनी और दशामाता के भजन व गीत गाए। इस पावन अवसर पर महिलाएँ चावल, दही, नैवेद्य, जल, फूल, माला, नारियल आदि के साथ माता की पूजा-अर्चना करती देखी गईं। सभी ने अपने परिवार की खुशहाली और पति की दीर्घायु की कामना की।
दशामाता – नारी शक्ति की प्रतीक देवी
दशामाता को नारी शक्ति का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माँ दशामाता ऊँट की सवारी करती हैं और अपने हाथों में तलवार एवं त्रिशूल धारण करती हैं। महिलाएँ इस दिन विशेष रूप से व्रत रखकर अपने सौभाग्य और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए माता की उपासना करती हैं।
महेश्वर महादेव मंदिर की चमत्कारी महिमा
महेश्वर महादेव मंदिर की अत्यंत चमत्कारी महिमा मानी जाती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस मंदिर में की गई प्रार्थना शीघ्र ही फलदायी होती है। यही कारण है कि हर वर्ष दशामाता पूजन के अवसर पर हजारों श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं।
देश में शांति व समृद्धि की प्रार्थना
पूरे विधि-विधान के साथ पूजन और कथा संपन्न होने के पश्चात् देश की शांति और समृद्धि के लिए विशेष प्रार्थना की गई। भक्तों ने सामूहिक रूप से सुख-शांति और विश्व कल्याण की कामना की। इस अवसर पर महेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी जगदीश भाई श्रीमाली ने बताया कि दशामाता पर्व का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यंत व्यापक है। इस पर्व के माध्यम से महिलाओं को धैर्य, शक्ति और आस्था का संदेश मिलता है।
उत्साह और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ पर्व
पूरे दिन भक्तों की भीड़ मंदिर में उमड़ती रही और सभी ने भक्ति व उल्लास के साथ इस पावन पर्व को मनाया। मंदिर में भक्तों के लिए विशेष प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की गई। दशामाता पूजन और महेश्वर महादेव के आशीर्वाद से श्रद्धालु भक्ति भाव में सराबोर होकर अपने घरों को लौटे।
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