Breaking NewsNews

भायंदर में रहवासियों की मांग पर बनाए गए स्पीड ब्रेकर – नगरसेवक भगवती शर्मा का त्वरित कार्य

विक्रम बी राठौड़
रिपोर्टर

विक्रम बी राठौड़, रिपोर्टर - बाली / मुंबई 
emailcallwebsite

मुंबई, भायंदर – भायंदर (पूर्व) स्थित 60 फीट रोड, इंदिरा कॉम्प्लेक्स, देवछाया बिल्डिंग, रत्नदीप बिल्डिंग परिसर में महीनों से रहवासी तेज रफ्तार वाहनों की समस्या से परेशान थे। यहां के नागरिक लगातार मांग कर रहे थे कि इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित हो।

रहवासियों की इस गंभीर मांग को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के सम्माननीय नगरसेवक भगवती शर्मा को जब निवेदन सौंपा गया, तो उन्होंने इसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए स्वयं स्थल का निरीक्षण किया। उनके साथ ध्रुव किशोर पाटिल,  मनीष भगवती शर्मा भी उपस्थित थे।

नगरसेवक के मार्गदर्शन में कुल 4 स्पीड ब्रेकर बनाए गए – जिनमें से 3 गलियों के भीतर और 1 मुख्य सड़क (मेन रोड) पर स्थापित किया गया। यह कार्य स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया।

इस क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण संस्थान मौजूद हैं, जैसे: आँखों का अस्पताल, हड्डी (ऑर्थोपेडिक) अस्पताल, बच्चों का अस्पताल, दाँतों का अस्पताल, जैन मंदिर, शांति गुरुदेव मंदिर इनकी उपस्थिति के चलते पूरे दिन आमजन का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में तेज गति से दौड़ती टू-व्हीलर गाड़ियों से अक्सर खतरे की स्थिति बनी रहती थी। अब स्पीड ब्रेकर लग जाने से इसपर काफी हद तक नियंत्रण संभव हो सकेगा। स्थानीय नागरिकों ने इस कार्य के लिए नगरसेवक भगवती शर्मा तथा उनकी टीम का तहे दिल से धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे एक सकारात्मक पहल बताया जो जनहित में बेहद जरूरी थी।

इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य नागरिक – समीर बजाज, विक्रम बी. राठौड़, राजेश जैन सहित अनेक स्थानीय निवासी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर इस पहल का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इसी तरह जनसरोकार के मुद्दों पर त्वरित कार्यवाही होती रहेगी।

न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

3 Comments

  1. Nice read, I just passed this onto a friend who was doing a little research on that. And he just bought me lunch because I found it for him smile Thus let me rephrase that: Thanks for lunch!

  2. I needed to draft you a very small word so as to say thanks once again for these pleasant tactics you have featured in this case. It’s really unbelievably generous of people like you to deliver without restraint all many of us would’ve distributed for an electronic book to end up making some profit for their own end, particularly considering that you might have tried it in the event you desired. Those good tips also acted as the easy way to be sure that someone else have a similar passion the same as my personal own to find out lots more in regard to this matter. I know there are numerous more pleasant situations up front for individuals that read your website.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
15:38