मोहम्मदी रेंज में अवैध लकड़ी डंप , बेलहरी बीट के रायपुर गांव में जमील हलवाई पर उठे सवाल

पुनीत
लखीमपुर खीरी जनपद के मोहम्मदी रेंज अंतर्गत बेलहरी बीट के रायपुर गांव में वन विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करने वाला मामला प्रकाश में आया है। गांव के ही जमील हलवाई के यहां भारी मात्रा में अवैध रूप से लाई गई नीम की लकड़ी डंप होने की सूचना सामने आई है। बताया जा रहा है कि ये लकड़ी बिना किसी अनुमति के पेड़ों की कटान कर एकत्र की गई है, जिसका बाजार में अच्छा मूल्य मिलने के कारण लगातार अवैध तस्करी की जा रही है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, लंबे समय से क्षेत्र में अवैध कटान माफिया सक्रिय हैं, जो वन विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से रात के अंधेरे में पेड़ों पर आरा चलवाते हैं। ताजा मामला उसी श्रृंखला का एक उदाहरण माना जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि रायपुर गांव में जमील हलवाई के यहाँ खुलेआम डंप की गई नीम की लकड़ी वन विभाग की नाक के नीचे जमा है, लेकिन विभागीय टीम कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं दिख रही।

अवैध लकड़ी का डंप ग्रामीणों में नाराजगी और भय दोनों का कारण बना हुआ है। एक ओर गांव के लोग प्राकृतिक संपदा की बर्बादी से चिंतित हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हें इस बात का डर है कि अवैध कारोबार में शामिल लोग किसी भी विरोध करने वाले के खिलाफ साजिश रच सकते हैं। ग्रामीण कई बार संबंधित अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दे चुके हैं, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिला है।
वन विभाग की निष्क्रियता ने पूरे मामले को और भी संदेहास्पद बना दिया है। विभाग का दायित्व है कि वह वन संपदा की रक्षा करे, लेकिन बावजूद इसके कार्रवाई न होना कहीं न कहीं विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। अगर लकड़ी वाकई अवैध कटान से लाई गई है, तो वन विभाग द्वारा तत्काल छापेमारी कर जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और उच्चाधिकारियों से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और अवैध कटान में शामिल वन कर्मियों तथा माफिया पर कड़ी कारवाई हो। लोगों का कहना है कि जब तक ऐसे तत्वों पर रोक नहीं लगाई जाएगी, तब तक क्षेत्र में वन संपदा का दोहन जारी रहेगा।










