राजस्थान: आज़ाद मैदान के कार्यों में अनियमितताओं को लेकर खेतसिंह मेडतिया ने उठाई आवाज, नेता प्रतिपक्ष से की बातचीत

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (RPCC) के सदस्य एवं बाली विधानसभा क्षेत्र से पीसीसी सदस्य खेतसिंह मेडतिया ने आज़ाद मैदान में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण में हो रही अनियमितताओं पर गहरी चिंता जताई। मेडतिया ने आरोप लगाया कि आज़ाद मैदान का क्षेत्रफल मनमाने ढंग से कम किया जा रहा है और निर्माण कार्य नियमों के विपरीत हो रहे हैं।
इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली से बातचीत की और उन्हें आज़ाद मैदान की स्थिति से अवगत कराया। मेडतिया ने मांग की कि इस विषय को राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उठाया जाए, ताकि सरकार द्वारा किए जा रहे ग़लत कार्यों पर जवाबदेही तय हो सके।
जनप्रतिनिधियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया समर्थन
इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी रही। कार्यक्रम का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष राकेश मेवाड़ा ने किया। इस अवसर पर विभिन्न पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और ज्ञापन के माध्यम से विरोध जताया।
उपस्थित प्रमुख नेताओं में शामिल रहे:
- जिला अध्यक्ष: प्रवीण कोठारी
- ब्लॉक अध्यक्ष देसूरी: राकेश चौहान
- बाली ब्लॉक अध्यक्ष: यशपाल सिंह
- सरपंच मालनु: रमेश मीणा
- पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष: कैलाश गरासिया
- नगर अध्यक्ष फालना: अशोक सैन
- प्रतिपक्ष नेता फालना: भरत चौधरी, राजुभाई देसूरी, अमरसिंह घाणेराव
- पूर्व चेयरमैन: शंकरलाल भाटी, दिनेश मीणा
- पार्षदगण: ओमप्रकाश बोहरा, गोविंद व्यास, भेरालाल गोयल, रमेश प्रजापत, वसीम नागौरी
- महिला प्रतिनिधि: मंजुला मेघवाल, निशा परमार
- अन्य प्रमुख कार्यकर्ता: हितेश लुहार, मोहनलाल मेघवाल, दिलीप मेवाड़ा, राकेश संवनशा, वालाराम राईका, अमृत परमार, गजाराम भादु, नारायण, हरिश भाटी, जोगाराम नेवाद, रामपाल सिंह, हिरेंद्र शाह, नवीन मीणा, कन्हैयालाल मीणा, मदिना पठान, मेहराज खान, गोविंद भील, मंगल बोहरा, शंकर देवड़ा, धनाराम बावरी, राजाराम, अमृत मीणा, गुलाब शवनसा, हनुमान, कस्तुरचंद, चंपालाल, नरेश, लाडुदास, भोमाराम, राणाराम, बाबुदास, महैद मीणा, घेवरचंद, बंशीलाल, मनाराम, प्रकाश, मधु सुथार और अन्य।
जनआंदोलन का रूप ले रहा है मामला
इस आंदोलन के जरिए स्थानीय जनता ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि सार्वजनिक स्थलों के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या मनमाने निर्माण कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोगों ने ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन से पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की। खेतसिंह मेडतिया ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन जल्द ही उचित कदम नहीं उठाता है तो यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है।