राजस्थान रायका विकास संगठन की बैठक सम्पन्न, पशुपालकों के अधिकारों को लेकर बनाई रणनीति
राजस्थान रायका विकास संगठन की अहम बैठक सम्पन्न, लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय

बाली (पाली)। रंजन चौराया में राजस्थान रायका विकास संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें गुजरात से जुड़े मालधारी अधिकार संगठन के प्रतिनिधि भावना बहन और शैलेश भाई ने विशेष रूप से शिरकत की। बैठक में बाली और देसूरी ब्लॉक से जुड़े संगठन के प्रमुख पदाधिकारी और समाज के अग्रणी लोगों ने भाग लिया।
बैठक में मुख्य रूप से पशुपालक समाज को आने वाले समय में जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, उन विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। पशुपालकों के अधिकारों और समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन तैयार करने का निर्णय लिया गया, जिसे स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा।
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि वर्ष 2026 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा “मालधारी वर्ष” के रूप में घोषित किया गया है, ऐसे में राजस्थान के पशुपालकों की आवाज़ अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे, इसके लिए अभी से योजनाबद्ध तैयारी शुरू की जाए। संगठन का उद्देश्य है कि धरातल पर पशुपालकों की वास्तविक समस्याओं और मांगों को मजबूती से उठाया जाए और उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच तक ले जाया जाए।
बैठक में समाज के वरिष्ठ प्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता शामिल हुए जिनमें बाली ढाणी से कानाराम भोपा, पार्षद प्रतिनिधि व समाजसेवी लाखाराम, पूर्व पार्षद दीपा राम, रता राम, शिवलाल, रावताराम, वेनाराम, पोसाराम, नेतिराम, मनीष, चतराराम, चेलाराम, वगताराम और वेनाराम सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
साथ ही संगठन के कार्यकारिणी गठन का कार्य भी संपन्न किया गया, जिसमें सभी उपस्थित सदस्यों ने एकमत से सहमति दी। बैठक के दौरान यह भी तय किया गया कि अगली महत्वपूर्ण बैठक मध्य प्रदेश में आयोजित की जाएगी, जिसकी तिथि और स्थान शीघ्र ही घोषित किया जाएगा।
संगठन का उद्देश्य है कि पशुपालकों के हक और अधिकारों की लड़ाई को संगठित रूप से आगे बढ़ाया जाए और आने वाले समय में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाए।