
राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा शाहपुरा के चुनाव आदर्श विद्या मंदिर गांधी पुरी शाहपुरा चुनाव अधिकारी प्रिया सोनी, चुनाव पर्यवेक्षक इंदिरा धूपिया, जिला अध्यक्ष महेश कुमार शर्मा के सानिध्य में संपन्न हुए उपशाखा चुनाव अधिकारी प्रिया सोनी ने बताया कि उपशाखा कार्यकारिणी निर्विरोध निर्वाचन हुआ जिसमें अध्यक्ष अमर सिंह चौहान ,मंत्री राकेश सोनी, सभा अध्यक्ष मोहनलाल कोली, उपसभा अध्यक्ष नवरत्न मल बगडियां, संजय त्रिपाठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंकज सोनगरा, उपाध्यक्ष पुरुष शिवराज धाकड़, उपाध्यक्ष महिला सुधा पारीक, महिला मंत्री शांति धाभाई, कोषाध्यक्ष नयन बुला ,अध्यापक सदस्य शंकर लाल जाट, पंचायत शिक्षक सोनाली मालू, वरिष्ठ अध्यापक चंद्र प्रकाश शर्मा, प्राध्यापक सदस्य मनोज कुमार सोनी ,प्रधानाचार्य सदस्य रीता धोबी, संस्कृत शिक्षा सदस्य विमल कुमार कोली, महिला शिक्षक नयन बाला सोमानी, प्रयोगशाला सहायक योगेश कुमावत ,शारीरिक शिक्षक सदस्य पवन कुमार छिपा, पुस्तकालय अध्यक्ष प्रकाश धोबी सेवानिवृत शिक्षक सदस्य केदार जाट, प्रबोधक सदस्य भगवत सिंह चुंडावत, कंप्यूटर शिक्षक सदस्य राहुल दाधीच, पंचायत शिक्षक सदस्य सत्यनारायण वैष्णव चुने गए। साथ ही प्रदेश महासमिति सदस्य सीताराम चौधरी हनुमान प्रसाद शर्मा राकेश सोनी मुकेश कुमावत अमर सिंह चौहान पंकज सोनगरा नवरत्न बगड़िया संजय त्रिपाठी प्रिया सोनी इंदिरा धूपिया निर्वाचित हुए।
जिला महासमिति सदस्य कुलदीप कलाल , सुनील धाबाई, मैंना खंडेलवाल ,रेखा चारण हिम्मत सिंह भाटी, ओमप्रकाश दर्जी, राजेश मीणा, मनोज मीणा, आशीष कोली, शिवराज कुम्हार ,मनीष दाधीच, सोहनलाल कुमावत ,चंद्रशेखर सोदा, कल्याण कुमावत रामदेव गुर्जर, सूर्य प्रकाश शर्मा, सांवरिया जाट, दीपक कुमार बलाई सहित कुल 44 जिला महासमिति सदस्य निर्वाचित हुए। जिला अध्यक्ष महेश कुमार शर्मा ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का उपरणा पहनाकर अभिनंदन किया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष अमर सिंह चौहान ने कहा की संगठन शिक्षक शिक्षा एवं शिक्षार्थी हित में हमेशा कार्य करेगा।
निर्वाचन के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 पर कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला में मुख्य वक्ता नितिन कुमार जवालिया ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बताया किराष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 भारत सरकार द्वारा 29 जुलाई 2020 को शुरू की गई एक ऐतिहासिक नीति है, जिसका उद्देश्य भारतीय शिक्षा प्रणाली को समग्र विकास, आधुनिकता और वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना है. इसमें 5+3+3+4 का नया पाठ्यक्रम ढांचा, मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर जोर, व्यावसायिक शिक्षा का समावेश, बहुभाषावाद को बढ़ावा देना और प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना शामिल है। नवनिर्वाचित उपशाखा अध्यक्ष अमर सिंह चौहान ने कार्यशाला में पधारेसभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।













