विधानसभा में गूंजा भलपहरी बांध परियोजना का मुद्दा, क्षेत्र में हरियाली और खुशहाली की उम्मीद

- टुण्डी।
झारखंड विधानसभा में मंगलवार को बहुप्रतीक्षित भलपहरी बहुउद्देशीय बांध परियोजना का मुद्दा जोरों से उठा।
टुण्डी के जुझारू विधायक और झारखंड सरकार के मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो ने इस परियोजना की मांग को बेहद प्रभावी ढंग से सदन में रखा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बराकर नदी पर तिलैया और मैथन बांध के बीच लगभग 6000 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना के कार्यान्वयन का प्रस्ताव पारित किया गया था। वर्ष 2012 में केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (DVC) को सौंप दी थी, जो वर्तमान में जल संसाधन विभाग के पास विचाराधीन है।
राज्य और जनहित में ऐतिहासिक पहल
टुण्डी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने विधानसभा के माध्यम से सरकार से मांग की कि इस महत्वपूर्ण परियोजना को शीघ्र स्वीकृति दी जाए। उन्होंने कहा कि भलपहरी बांध का निर्माण सिर्फ टुण्डी ही नहीं, बल्कि कई अन्य प्रखंडों की तकदीर बदल सकता है। क्षेत्र में हरियाली के साथ-साथ खुशहाली आएगी, हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए यह परियोजना संजीवनी साबित होगी।
जनता की वाहवाही, विधायक को सराहना
जैसे ही यह खबर टेलीविजन और सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई, क्षेत्र में विधायक मथुरा प्रसाद महतो की तारीफों के पुल बंध गए। लोग उनकी इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कह रहे हैं कि अगर यह परियोजना अमल में लाई जाती है, तो टुण्डी और आसपास के क्षेत्र एक आदर्श प्रखंड के रूप में पहचाने जाएंगे।
भविष्य की उम्मीदें
यदि सरकार इस पर त्वरित निर्णय लेती है, तो यह परियोजना जल संकट के समाधान के साथ-साथ कृषि, उद्योग और आर्थिक विकास के नए द्वार खोलेगी। अब टुण्डी और गिरिडीह के हजारों लोग इस परियोजना के हरी झंडी मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।