विश्व दिवस: पर विलुप्त होती गौरैया के सरक्षण हेतु जागरूकता अभियान चलाया

शाहपुरा पेसवानी। विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर, ग्रीन लिटिल बेबी नाम से प्रसिद्ध श्रेया कुमावत ने नन्ने मुन्ने बच्चों के साथ मिलकर एक जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज मे लोगों को गौरैया के महत्व और उसके संरक्षण के प्रति जागरूक करना था। गौरेया हमारे पर्यावरण का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पेड़ो की अंधा -धुंध कटाई, आधुनिक शहरीकारण, मोबाइल टावर के रेडिसीयन और लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से गौरेया पक्षी विलुप्त होने की कगार पर है।
श्रेया कुमावत ने बताया कि भरतपुर की “सर्वे भवन्तु सुखिनः जियो और जीने दो” संस्था के साथ मिलकर यह आयोजन किया गया है। संस्था ने कई गौरैया घर उपलब्ध कराए हैं, जिन्हें श्रेया कुमावत ने अपने घर में स्थापित किया है। संस्थापक कविता सिंह ने ग्रीन लिटिल बेबी द्वारा किए जा रहे प्रशंसनीय कार्य के लिए तारीफ की और भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
गौरैया पक्षी विलुप्त होने के कगार पर है, और इसके संरक्षण के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा। श्रेया कुमावत के इस जागरूकता अभियान से हमें उम्मीद है कि लोग गौरैया के महत्व को समझेंगे और उसके संरक्षण में योगदान देंगे।