शहीद बिजेंद्र दौराता की प्रतिमा का भव्य अनावरण: वीरता और बलिदान को दी गई श्रद्धांजलि

गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम बोले – “यह केवल मूर्ति नहीं, बल्कि बलिदान की अमर गाथा है”
वीर सपूत को नमन: प्रतिमा अनावरण से गूंजा गांव
झुंझुनूं जिले के डुमोली कलां गांव (ढाणी खूबा) की पावन भूमि मंगलवार को उस समय वीरता के सम्मान की साक्षी बनी जब शहीद सिपाही बिजेंद्र सिंह दौराता की प्रथम पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का भव्य अनावरण किया गया। कार्यक्रम में राजस्थान सरकार के गृह, गोपालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
तिरंगा रैली और सैन्य सम्मान से हुआ स्वागत
समारोह की शुरुआत गांववासियों द्वारा निकाली गई तिरंगा रैली से हुई, जो पूरे गांव में देशभक्ति के गीतों और नारों के साथ गुंजायमान रही। इसके बाद सेना की टुकड़ी ने शहीद की प्रतिमा पर सैन्य सम्मान के साथ पुष्पांजलि अर्पित की।
राज्य मंत्री बेढम ने शहीद के माता-पिता धोली देवी और रामजीलाल, पत्नी अंकिता देवी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया और कहा:
“यह केवल एक मूर्ति का अनावरण नहीं, बल्कि बलिदान की अमर गाथा का उद्घोष है। शहीद के परिवार के धैर्य, साहस और देशप्रेम को नमन है।”
बलिदान को किया गया स्मरण: भावुक हुआ पूरा गांव
कार्यक्रम में सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और सैनिकों ने भाग लिया। शहीद के माता-पिता, भाई-बहनों और बच्चों के चेहरे पर जहां एक ओर बेटे के खोने का दुख था, वहीं देश के लिए गर्व की भावना भी साफ झलक रही थी।
राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों की मौजूदगी
इस भावुक अवसर पर कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग मौजूद रहे:
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खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर, झुंझुनूं विधायक राजेंद्र भांभू, जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, पूर्व विधायक सुभाष पूनिया, योगेंद्र अवाना, शहीद के भाई दशरथ सिंह, बहनें भरफाई, शर्मिला, कविता, पुत्र वियान व कियान,
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अन्य प्रमुख लोग: विशंभर पूनिया, सरजीत चौधरी, अजय चाहर, दिनेश धाभाई, सरला सैनी, बबलू अवाना, रोहितास मनकस, हरिराम गुर्जर, वर्षा सोमरा, विकास भालोठिया, सुभाष गुर्जर, योगेंद्र मिश्रा, पूर्व सैनिक, सैन्य अधिकारी व बड़ी संख्या में ग्रामीणजन।
वीरता की अमर कहानी: शहीद बिजेंद्र दौराता का जीवन परिचय
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नाम: सिपाही बिजेंद्र सिंह दौराता
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जन्म तिथि: 01 अगस्त 1998
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जन्म स्थान: ग्राम डुमोली कलां, झुंझुनूं
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सेना में भर्ती: 25 सितम्बर 2018, 6 राजपूत रेजिमेंट
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प्रमुख ऑपरेशन: ऑपरेशन मेघदूत (ग्लवान घाटी, सिक्किम)
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अंतिम पोस्टिंग: 10 राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर
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शहादत: 15 जुलाई 2024, डोडा (जम्मू कश्मीर)
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परिस्थिति: आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद
शहीद बिजेंद्र ने देश की रक्षा करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया, जिससे वे अमर शहीदों की श्रेणी में शामिल हो गए।
राज्य मंत्री की भावुक श्रद्धांजलि
श्री बेढम ने कहा:
“शहीद की मूर्ति हमें हर दिन यह स्मरण कराएगी कि आजादी और सुरक्षा के पीछे किसी की कुर्बानी है। यह बलिदान केवल एक परिवार का नहीं, पूरे राष्ट्र का गौरव है।”
समारोह की कुछ मुख्य झलकियां:
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तिरंगा रैली में स्कूली बच्चों और युवाओं की भागीदारी
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शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए सैनिक
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माता-पिता की आंखों में गर्व और दर्द का मिश्रण
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मंच से वीरगाथा का उदघोष करते हुए वक्ता
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पूरे गांव में देशभक्ति का माहौल
शहीद बिजेंद्र दौराता की प्रतिमा अब गांववासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और उनकी अमर गाथा आने वाली पीढ़ियों को देश के लिए जीने और मरने की भावना से ओतप्रोत करती रहेगी।