सम्पूर्ण मानवजाति का अस्तित्व कृषि पर निर्भर – मीना हेंब्रम

- टुण्डी
धनबाद झामुमो महिला मोर्चा जिलाध्यक्षा सह जिला परिषद सदस्या मीना हेंब्रम आज़ अपनी पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए अपने खेतों में एक गृहिणी होने के नाते पहला धान का बिजडा़ की रोपाई कर अपने गांव की पुत्रवधू होने की गौरवशाली होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आगे उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि किसान की बेटी होने के नाते मिट्टी से बने रहना अपने आप में एक खुशी की अनुभूति होती है।
आज़ हमारा देश कृषि प्रधान देश होने के साथ साथ जीवन जीने की कला कृषि कार्य से ही सीखने को मिलता है। वैसे भी हमलोगों का देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि को ही माना गया है। आज़ कृषि में फ़सल उत्पादन फल, सब्जी,की खेती के साथ साथ फूलों की खेती,पशुधन उत्पादन, मत्स्य पालन, कृषि वानिकी सभी तरह की उत्पादनों की गतिविधियां हमारे जीवन की मूलभूत आवश्यकता भोजन का निर्माण कृषि के द्वारा ही संभव है। मौके पर कई महिलाएं उपस्थित थीं।