सेसली प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियों के लिए मुंबई में हुई अहम बैठक
मुंबई। श्री सेसली जी प्रतिष्ठा महोत्सव (23 फरवरी 2025 से 3 मार्च 2025) की तैयारियों को लेकर श्री ओसवाल जैन संघ बाली, श्री बाली जैन मित्र मंडल मुंबई और श्री महावीर जैन नवयुवक मंडल संस्थान बाली के सदस्यों की एक महत्वपूर्ण बैठक मुंबई के महाराणा प्रताप हॉल, कॉटन एक्सचेंज में आयोजित की गई। बैठक में बाली जैन समाज के 85 से अधिक सदस्य उपस्थित रहे।
मीटिंग का शुभारंभ तीन नवकार मंत्रों के साथ हुआ। अध्यक्षता कांतिलाल कितावत (सचिव, श्री ओसवाल जैन संघ बाली), नरेन्द्र परमार (अध्यक्ष, बाली जैन मित्र मंडल मुंबई) और मुकेश भंडारी (अध्यक्ष, श्री महावीर जैन नवयुवक मंडल संस्थान बाली) ने की।
प्रतिष्ठा महोत्सव की व्यवस्थाओं पर चर्चा
मीटिंग में महोत्सव के लिए विभिन्न समितियों का गठन और उनके कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। बाली जैन मित्र मंडल के अध्यक्ष नरेन्द्र परमार ने सभी सदस्यों से तन-मन से सहयोग करते हुए महोत्सव को भव्य बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो सदस्य किसी समिति में अपनी सेवा देना चाहते हैं, वे स्वेच्छा से अपना नाम दर्ज करा सकते हैं।
प्रवासी बंधुओं को जोड़ने की पहल
मुंबई, पुणे, चेन्नई, हुबली और अन्य स्थानों में बसे प्रवासी जैन समाज के सदस्यों से संपर्क कर उन्हें महोत्सव में भाग लेने और सेवा प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया गया।
मंडल की आगामी योजनाएँ
मंडल के सदस्यों ने घोषणा की कि 21 या 22 फरवरी 2025 को बाली गांव में समन्वय बैठक आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही फरवरी माह में मुंबई में एक और बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
सदस्यों का मार्गदर्शन और सुझाव
बैठक में बाली जैन समाज के वरिष्ठ सदस्यों और पदाधिकारियों ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
- कांतिलाल कितावत ने ट्रस्ट मंडल की योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी।
- श्रीपाल कितावत (सह सचिव) ने प्रतिष्ठा महोत्सव के आयोजन का प्रारूप साझा किया।
- भोजन समिति के प्रमुख बाबूलाल राठौड़ ने सभी सदस्यों से महोत्सव को भव्य और प्रेरणादायक बनाने का आग्रह किया।
इस दौरान उपस्थिति
बैठक में ट्रस्ट मंडल के ट्रस्टी प्रकाश धोका, रंजीत बाफना, महिपाल राठौड़, नितिन राणावत, रमेश सिरोया, उत्तम पुनमिया, चंद्रेश मेहता और अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
इस बैठक में सभी सदस्यों ने सेसली प्रतिष्ठा महोत्सव को सफल और भव्य बनाने के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने का संकल्प लिया। मंडल ने इसे बाली जैन समाज की एकता और शक्ति का प्रतीक बताया।