News

होली ढूंढोत्सल का गीत

प्रस्तोता- घेवरचन्द आर्य पाली

Ghevarchand Aarya
Author

Ghevarchand Aarya is a Author in Luniya Times News Media Website.

Call

हरि हरि रे हरिया वेल, डावे कवलें चम्पा वेल ।

कोकड़ माय जाड़ बूट, इण घर इतरा घोड़ा ऊंट ॥

इण घर इतरी गायों भैयों, इण घर इतरी टिंगडियों ।

इण घर जाया लाडल पुत, छोटी कुलड़ी चमक चणा ॥

डावे हाथ लपुकों ले, जीमणे हाथ चंवर ढोलाव ।

ज्यों ज्यों चम्पो लेहरों ले, डावे हाथ लेहरियो ले i

सात हुवा ने जणा पच्चास, गेरीयो रो पूरो हास ।
इतरों मोटो वेजे………..।

हरी हरी रे हरिया वेल, ज्यों ज्यों चम्पो लेहरो ले

गेरीयां आया धारे द्वार, घर घरयोंणी बारे आव,

गुडरी भेली लेती आव, साकलीयों रो डालो लाव।।

गेरीयों री आस पुराव, गेरियां आया थारे द्वार।।

हरि हरि रे हरिया ढूंढ, इतरो मोटो वेजे…।

ये वो मारवाडी शब्दोच्चार है जो होली ढूंढोत्सव पर बोला जाता है।

 

न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

One Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
07:49