8 एवं 9 फरवरी को सूरजगढ़ में आयोजित होगा सनातन परंपरा को जानने का प्रकल्प आर्य प्रशिक्षण सत्र

सूरजगढ़। राष्ट्र की महान सनातन परंपराओं को जानने का प्रकल्प आर्य प्रशिक्षण सत्र आर्य गुरूकुल महाविद्यालय सूरजगढ़, जनपद झुंझुनूं, राजस्थान द्वारा शनिवार रविवार 8 व 9 फरवरी प्रातः 9 बजे से सायं 6 बजे तक श्री ब्राह्मण सभा अतिथि भवन, सूरजगढ़ राजस्थान में आयोजित होगा।
आचार्य अशोक आर्य ने वाट्स एप पर बताया कि सत्र में सनातन धर्म की महान परम्पराओं को जानने एवं समझने के लिए मेरा जीवन क्या है? इसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण क्या है? ईश्वर का अस्तित्व है या नहीं? धर्म क्या है, मत, पंथ, संप्रदाय क्या है? भाग्य क्या है और यह कौन लिखता है?, भूत- पिशाच, डाकिनी- शाकिनी जिन्न आदि होते हैं या नहीं? हमारे राष्ट्र की गुलामी का क्या कारण था? हमारा अपने राष्ट्र के प्रति क्या कर्तव्य है? विषयों पर सकारात्मक प्रश्नोत्तरी होगी।
आचार्य अशोक आर्य ने बताया कि सत्र में सारा फोकस राष्ट्र के युवक -युवतियों के चरित्र निर्माण एवं सुधार करने तथा पाखण्ड, अंधविश्वास, व्यसन आदि से बचाने के उपाय क्या है? सुखी जीवन, उन्नत समाज व वैभवशाली राष्ट्र को बनाने के उपाय क्या है? आदि विषयों पर प्रश्नोत्तर शेली में वार्तालाप होगी। और हर सदस्यों की धर्म सम्बन्धी शंकाओं का शास्त्रोक्त जबाब देकर संतुष्ट किया जायेगा। उन्होंने बताया की सत्र में भाग लेने वालो को दोनों दिन उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। सत्र में बैठने, नाश्ता, भोजन एवं रात को रुकने के लिए गुरूकुल परिवार की और से उचित प्रबंध किया जायेगा।
कार्यक्रम को भव्य रूप देने के लिए आचार्य चरण डीग, उपाचार्य गजेन्द्र डीग, आर्य सत्यव्रत भरतपुर, आर्य रघुनाथ प्रसाद अध्यक्ष, आर्य निर्मात्री सभा राजस्थान, आर्य रामप्रसाद झुंझुनूं, आर्य अशोक कोटपुतली, आर्य विक्रम बानसुर, आर्य रमेश कोटपुतली, आर्य शेंकी कोटा, आर्य नन्द किशोर डीग, आर्य मानसिंह हनुमानगढ़, आर्य चंद्रभान डीग, आर्य अमित बीकानेर, आर्य रामनिवास अलवर, आर्य विकास चित्तौड़गढ़, आर्य हंसराज पहाड़ी, आर्य रविन्द्र डीग, आर्य मोनू उर्फ डीग आदि प्रचार प्रसार और तैयारियों में जुटे हैं।
सत्र में भाग लेने के इच्छुक सज्जन रोहतास शास्त्री मो न. 9896829034 एवं धर्मवीर शास्त्री मो न. 9416088391 पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।