कोठार गांव में जल रिसाव से बर्बाद हो रहा लाखों लीटर पानी, नागरिक परेशान

जवाई जल परियोजना के नल कनेक्शनों में लीकेज को नजरअंदाज कर रही विभागीय मशीनरी
ग्रामीणों का आरोप- कई बार शिकायत के बाद भी नहीं हुआ कोई निवारण
बाली (प्रतिनिधि)। उपखंड बाली अंतर्गत कोठार गांव के वार्ड नंबर 7 में जवाई जल परियोजना द्वारा प्रदान किए गए नल कनेक्शनों से पानी का रिसाव (लीकेज) एक गंभीर समस्या बन गया है। ग्रामीणों का कहना है कि चार प्रमुख स्थानों पर लगातार हो रहा पानी का रिसाव न केवल कीमती पेयजल की बर्बादी का कारण बन रहा है, बल्कि इससे गांव में स्वास्थ्य संकट और यातायात में बाधा जैसी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, यह समस्या कई सालों से चली आ रही है और अब तक विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। मांगीलाल प्रजापत की दुकान से लेकर मंगलसिंह चौहान के घर तक के रास्ते में कम से कम चार जगहों पर पाइपलाइनों से पानी लगातार रिस रहा है। इसके चलते आसपास का इलाका कीचड़ से भरा रहता है, जिससे मच्छरों और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
खेड़ा देवी मंदिर का रास्ता हुआ दुर्गम
इस रिसाव का सबसे बुरा असर खेड़ा देवी मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर पड़ा है। कीचड़ भरे इस रास्ते से गुजरना अब ग्रामीणों के लिए एक मुश्किल भरा काम बन गया है। गांव में पक्की नालियों के अभाव में पानी का निकास ठीक से नहीं हो पा रहा है, जिससे समस्या और भी गहरा गई है।
ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या की शिकायत जवाई जल परियोजना के अधिकारियों से कई बार की, लेकिन हर बार उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया। “यह पानी जवाई बांध परियोजना से आता है, जिसका मकसद इस इलाके में पानी की कमी को दूर करना था, न कि इसे बर्बाद करना। लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण लाखों लीटर पानी बेकार बह रहा है,” एक ग्रामीण ने नाराजगी जताई।
वार्ड नंबर 7 में पक्की नालियों की मांग
ग्रामीणों ने जोर देकर कहा कि वार्ड नंबर 7 में पानी की निकासी की उचित व्यवस्था के लिए पक्की नालियों का निर्माण अति आवश्यक है। गांव का ढलान इस तरह का है कि यहां से पूरे गांव के पानी का निकास होता है, ऐसे में नालियों के बिना समस्या का स्थाई समाधान असंभव है।
इस मामले में जवाई जल परियोजना के अधिकारियों से टिप्पणी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल सका। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और जल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर दिलाने की अपील की है, ताकि समय रहते इसका निवारण किया जा सके।













