गंग नहर शताब्दी समारोह: नहर तंत्र के लिए 1,717 करोड़ की सौगात, गन्ने की MSP में 15 रुपये की बढ़ोतरी

जयपुर, 5 दिसंबर 2025। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश की किसान-हितैषी नीतियां राजस्थान के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव हैं। श्रीगंगानगर के साधुवाली में गंग नहर के 100 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित शताब्दी समारोह में उन्होंने नहर तंत्र के लिए 1,717 करोड़ रुपये के पुनरुद्धार कार्यों का ऐतिहासिक पैकेज घोषित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 दिसंबर 1925 को महाराजा गंगा सिंह ने मरुस्थल को हरा-भरा बनाने का जो सपना देखा था, वह आज प्रदेश को अन्न भंडार बनाने वाली प्रमुख शक्ति बन चुका है।

अक्टूबर 2027 तक पूरे होंगे सभी पुनरुद्धार कार्य
समारोह में बताया गया कि नहर प्रणाली को आधुनिक और सक्षम बनाने के लिए बड़े स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं—
- 647 करोड़ से फिरोजपुर फीडर का पुनर्निर्माण
- 300 करोड़ से बीकानेर कैनाल का सुधार
- 695 करोड़ से 3.14 लाख हेक्टेयर क्षेत्र का ऑटोमेशन, जिसमें पानी का वैज्ञानिक वितरण और रियल-टाइम मॉनिटरिंग शामिल
- 75 करोड़ से क्षतिग्रस्त नहरों और नकारा खालों का पुनर्निर्माण
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि सभी कार्य अक्टूबर 2027 तक पूरे हो जाएं।
किसानों के लिए बड़ा फैसला: गन्ने की MSP में 15 रुपये की बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने समारोह में गन्ना किसानों को राहत देते हुए गन्ने के समर्थन मूल्य में 15 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की घोषणा की।
नई MSP इस प्रकार है—
| गन्ने की किस्म | पूर्व MSP | नई MSP |
|---|---|---|
| गेती किस्म | 401 रु./क्विंटल | 416 रु./क्विंटल |
| मध्यम किस्म | 391 रु./क्विंटल | 406 रु./क्विंटल |
| पछेती किस्म | 386 रु./क्विंटल | 401 रु./क्विंटल |
नहरी तंत्र के लिए 5 हजार करोड़ का प्रावधान
प्रदेश में सिंचाई जल की उपलब्धता को लेकर सरकार तेजी से काम कर रही है—
- करीब 5,000 करोड़ रुपये नहर तंत्र के सुदृढ़ीकरण के लिए निर्धारित
- 1,400 करोड़ के कार्य प्रगतिरत
- 3,265 करोड़ के कार्यों के लिए निविदाएं जारी
- IGNP की नहरों और पक्के खालों के निर्माण के लिए 3,400 करोड़ का बजट
- सिंचाई परियोजनाओं की समय पर पूर्णता के लिए मुख्यमंत्री सिंचाई टास्क फोर्स का गठन
किसानों को बड़े स्तर पर आर्थिक संबल
मुख्यमंत्री ने बताया—
- किसान सम्मान निधि को 9,000 रुपये तक बढ़ाया गया है, जिसे चरणबद्ध तरीके से 12,000 रुपये किया जाएगा।
- 76 लाख किसानों को अब तक 10,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि सीधे हस्तांतरित।
- किसानों को 44,000 करोड़ रुपये से अधिक ब्याज-मुक्त फसली ऋण वितरित।
- समर्थन मूल्य पर 33 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद।
- पिछले दो वर्षों में बोनस के रूप में 450 करोड़ रुपये का भुगतान।
राजस्थान कुसुम-ए में देशभर में पहले स्थान पर और कुसुम-सी में तीसरे स्थान पर है।
राज्य के 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली दी जा रही है।
श्रीगंगानगर में बड़ी परियोजनाएं
जिले में तेजी से विकास कार्य चल रहे हैं—
- 185 करोड़ से कंवरसेन लिफ्ट नहर के क्षतिग्रस्त खालों का जीर्णोद्धार
- 60 करोड़ से भाखड़ा एवं गंगनहर परियोजना क्षेत्रों में खालों का निर्माण
- 200 करोड़ से 44 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पक्के खालों का पुनर्निर्माण
- 75 करोड़ से इंदिरा गांधी नहर के बुर्जी संख्या 620 से 1458 तक सुदृढ़ीकरण
- श्रीगंगानगर–कोटपूतली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की DPR निर्माणाधीन
- 46 करोड़ से करणपुर–केसरीसिंहपुर सड़क का चौड़ाईकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारें जितना काम पांच वर्षों में नहीं कर सकीं, उससे अधिक कार्य वर्तमान सरकार ने दो वर्षों में पूरे कर दिए हैं।
ऐतिहासिक विरासत को प्रणाम
कार्यक्रम के दौरान—
- महाराजा गंगा सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि
- विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन
- गाजर धुलाई मशीन और कृषि उत्पादों की समीक्षा
- गंग नहर का विधिवत पूजन
- सादुलशहर में दो वर्षों में हुए विकास कार्यों पर आधारित पुस्तिका का विमोचन
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।












