श्री गणपति स्थापना ग्यारवीं मेला महोत्सव में उमड़ा जनसैलाब, प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का हुआ सम्मान
राजस्थान के पाली जिले के डूंगरली क्षेत्र में प्रजापत समाज कोटा सौतेला (परगना) द्वारा आयोजित “श्री गणपति स्थापना ग्यारवीं मेला महोत्सव एवं प्रतिभावान छात्र-छात्रा सम्मान समारोह” ने 31 अक्टूबर और 1 नवंबर 2025 की मांगलिक एवं भजन-हवन के साथ एक समृद्ध एवं सामाजिक आयोजन का स्वरूप लिया।

डूंगरली। प्रजापत समाज कोटा सौतेला (परगना) द्वारा श्री गणपति मंदिर डूंगरली में आयोजित ग्यारवीं श्री गणपति स्थापना मेला महोत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक एकता का प्रतीक बना। दो दिवसीय इस आयोजन में बड़ी संख्या में समाजबंधु, भामाशाह और अतिथि शामिल हुए।
मांगलिक कार्यक्रम और धार्मिक आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत 31 अक्टूबर 2025 को मांगलिक प्रसादी से हुई। शाम को भजन संध्या और बोलियों का आयोजन हुआ, जिसमें भजन गायकों ने वातावरण को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।

अगले दिन 1 नवंबर 2025 को शुभ मुहूर्त में हवन संपन्न हुआ। उसके बाद प्रातः 11 बजे से महाप्रसादी का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
कार्यकारिणी की सक्रिय भूमिका
कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज की कार्यकारिणी टीम ने पूरी निष्ठा से योगदान दिया।
अध्यक्ष लालाराम नगरिया, मंत्री विजय कवाड़िया, उपाध्यक्ष जेठाराम भोबरिया, सचिव कानाराम कवाड़िया, सह सचिव चंपालाल गोवरिया, कोषाध्यक्ष प्रकाश गोवरिया, उप कोषाध्यक्ष पुखराज हाटवा रहे।
सदस्यों में सुरेश कुमार बाबरिया, मांगीलाल वरदना, लालाराम वरदाना, मांगीलाल बाबरिया, सोनाराम बाबरिया, वनाराम बाबरिया, मगनलाल बाबरिया, धर्माराम कवाड़िया, कृष्णकुमार वरदना, अशोककुमार कवाड़िया, गंगेश बाबरिया, अर्जुन बाबरिया, अमराराम मंडावरा, तलसाराम हाटवा, नरेश हाटवा, लक्ष्मण वरदना, भंवरलाल हाटवा, चुन्नीलाल भोबरिया, नारायणलाल गोवरिया, श्रवण कवाडिया और कालूराम हाटवा शामिल रहे।

प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान
कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मान पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर प्रोत्साहित किया गया। इससे समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता और प्रतिस्पर्धा की भावना को बल मिला।
समाजसेवियों और युवा नेतृत्व की उपस्थिति
इस मौके पर कई गणमान्य समाजसेवी उपस्थित रहे —
ललित दौलपुरा, भंवरलाल वरदना (देसूरी), मुलाराम हलकिया (देसूरी), शंकरलाल चंदवानिया (देसूरी) आदि।
युवा संगठन से अध्यक्ष रमेश प्रजापत (पार्षद सादड़ी), उपाध्यक्ष छगन लुणिया, मांगीलाल लुणिया, सुरेश लुणिया, गोपाल प्रजापत, मुकेश प्रजापत, मदन जुणा, गौरव प्रजापति (गौ भक्त), लक्ष्मण भादरास और चंपालाल मादा की सक्रिय भागीदारी रही।
अतिथियों का सम्मान और स्वागत
कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों और भामाशाहों का पारंपरिक साफा पहनाकर और माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। यह दृश्य समाज के पारंपरिक संस्कार और सम्मान की भावना का सुंदर उदाहरण बना।

समाज एकता का प्रतीक आयोजन
प्रजापत समाज भवन, कोटा सौतेला (परगना) डूंगरली द्वारा आयोजित इस समारोह ने धार्मिक भावना को मजबूत किया, साथ ही समाज में शिक्षा, सेवा और भाईचारे की मिसाल भी पेश की। इस तरह के आयोजन समाज में एकता, सहयोग और प्रेरणा का नया अध्याय जोड़ते हैं।
डूंगरली में संपन्न यह भव्य आयोजन समाज की एकजुटता, संस्कार और शिक्षा के प्रति समर्पण का उदाहरण बन गया। श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक विकास का यह संगम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।











