सुखद वर्षा की मंगल कामना के लिए आर्य वीर दल पाली में किया गया हवन
- पाली
आर्य वीर दल लाखोटिया रोड़ पाली में चल रही नियमित कक्षाओं के तहत आज माह के अन्तिम रविवार को बौद्धिक सत्र के तहत प्रातः 6:30 बजे से 8 बजे तक आर्य समाज पाली के मंत्री विजयराज आर्य और आर्य वीर दल सचिव हनुमान आर्य द्वारा संध्या हवन का प्रशिक्षण दिया गया।
आर्य वीर दल प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य ने बताया कि प्रशिक्षण के दोरान आर्य समाज प्रधान मंगाराम आर्य, वरिष्ठ आर्य समाजी धनराज आर्य एवं गजेन्द्र अरोड़ा की गरीमामय उपस्थित मे आर्य वीर-वीरांगनाओ ने सुखद वर्षा की मंगल कामना के लिए हवन किया। जिसमें आर्य वीर दल अध्यक्ष दिलीप परिहार एवं उपाध्यक्ष देवेन्द्र मेवाड़ा सपत्नीक मुख्य यजमान बने।
इस अवसर पर अध्यक्ष दिलीप परिहार ने कहां की आर्य वीर वीरांगनाओ को शारिरिक बल के साथ बौद्धिक ज्ञान अवश्य प्राप्त करना चाहिए। शस्त्र जहां शारिरिक बल के प्रतिक है, वहीं शास्त्र बौद्धिक बल के, जहां शस्त्र और शास्त्र दोनों ही बल हो वही विजय है। ऐसे आयोजनों ने बचपन से ही बच्चों को धर्म की शिक्षा मिलती है । जिससे वे परिवक्त होकर विधर्मियों का शारीरिक और बौद्धिक दोनों रूपों में मुकाबला कर सकते हैं। हनुमान आर्य ने- परमपिता से प्यार नहीं, शुद्ध रहा व्यवहार नहीं। इसलिए तो देख लो, सुखी कोई परिवार नहीं ।। भजन सुनाया।
कार्यक्रम में महिला आर्य समाज कि अंकिता सिरवी, सीमा परिहार, निर्मला मेवाड़ा, डिम्पल राजपुरोहित, गंगा देवी सिरवी, वैशाली आर्या, रक्षा बोराणा, प्रणीता बोराणा, शीला अरोड़ा, निमिता राजपुरोहित, आर्य वीर दल से महेंद्र प्रजापत, योगेन्द्र देवड़ा, पारस मेवाड़ा, गजेन्द्र गुर्जर, भंवर गौरी, राकेश सोनी, विनोद तोमर, मुकेश देवड़ा, भरतवीर सिंह, रीकू आर्य, एडवोकेट महेंद्र सिंह राजपुरोहित, डा. राकेश गिरी, संत पूनम दास, प्रकाशचंद जांगिड़, मनोज सोनी, विष्णु बंजारा, अन्नू भाई सोनी, डाक्टर मनीष आर्य, गिरधारी लाल, दुष्यंत कुमार, केलाश आर्य, पवन, सुनिल सहित 60 आर्य वीरांगनाएं और आर्य वीर मोजूद रहे।