पाली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो बस्तियों द्वारा स्थानीय अग्रसेन भवन में मकर सक्रांति उत्सव मनाया गया उसके पश्यात स्वयंसेवको द्वारा घोष की ताल पर कदम से कदम मिलाकर संचलन निकाला। जिसमें संघ के राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम का प्रवास रहा।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सोमनाथ उपनगर प्रचार प्रमुख पवन टाक ने बताया कि संघ के छः उत्सवों में से एक मकर सक्रांति को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। उपनगर की सिन्धु नगर व वीर बीरबल सिंह बस्ती का उत्सव मंगलवार प्रात: अग्रसेन भवन में रखा गया। जबरदस्त शीत लहर के बाबजूद वहाँ बड़ी संख्या में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में उपस्थित हुए। कार्यक्रम के पश्यात स्वयंसेवको द्वारा पथ संचलन निकाला गया। संचलन में स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में अनुशासनबद्ध तरीके से घोष की ताल पर कदमताल करते हुए भाग लिया।
मकर संक्रांति उत्सव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा की मकर सक्रांति उत्सव समरसता का प्रतीक है। भेदभाव रहित समाज से ही राष्ट्र की एकता और अखंडता बनी रहेगी जो नितांत आवश्यक है। वर्तमान समय में भेदभाव का लाभ उठाकर समाज को तोड़ने की कोशिशें हो रही है। इसको रोकने के लिए समाज की सृजन शक्ति को सक्रिय होना होगा। समाज के सभी वर्ग मजबूती से एक साथ रहे। केवल सत्ता के लोभियों द्वारा भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। उनसे संभल कर रहना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि संघ में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है व हमारे प्रयास से समाज में बदलाव के परिणाम आने लगे है। यह राष्ट्रीय पर्व हमारे राष्ट्रीय जीवन में परस्पर स्नेह को पुष्ट करने वाला है। समाज के सारे भेदभाव बुलाकर एकात्मता का साक्षात्कार कराने का उदार सत्कार देने वाला यह दिन है। यह त्यौहार पारिवारिक, सामाजिक तथा राष्ट्र की सांस्कृतिक एकता का आधार भी है।
परमपवित्र भगवा ध्वज के समक्ष ‘नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे…’ प्रार्थना के पश्चात पथ संचलन अग्रसेन भवन से प्रारंभ होकर रामनगर तीसरी गली, दुसरी गली, पहली गली, महात्मा गांधी कॉलोनी पहली गली, आई माता मन्दिर मुख्य मार्ग, शीतला माता मन्दिर, कुम्हारों का बास, मोची कॉलोनी, महावीर उद्योग नगर, सिन्धी कॉलोनी, राधा कृष्ण मार्ग होते हुए पुनः अग्रसेन भवन पहुंचकर संचलन का समापन हुआ। संचलन का बस्तीवासियो द्वारा अनेक स्थानों पर पुष्प वर्षा व देश भक्ति के उद्घोष लगाकर स्वागत किया गया। गुड ओर तिल से बने प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।