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भारतीय राजनीति के बदलते परिदृश्य में कांग्रेस और वक्फ एक्ट का समीकरण: एक समग्र विश्लेषण

जिलाध्यक्षों के साथ संवाद के दौरान कांग्रेस की संपत्तियों को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ। राहुल गांधी ने कहा कि, "कई जिलों में संगठन की संपत्तियां कांग्रेस के ही लोगों द्वारा खुर्दबुर्द की गई हैं।" उन्होंने चेतावनी दी कि इस पर सख्त कार्रवाई होगी और यह जांच की जाएगी कि किन नेताओं की वजह से पार्टी कार्यालय किराए के भवनों से बेदखल हुए।

कांग्रेस में आत्ममंथन का दौर: जिला अध्यक्षों के संवाद से उभरे सवाल


3 अप्रैल को कांग्रेस मुख्यालय में हुए संवाद कार्यक्रम में पार्टी के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने देशभर के 700 जिलाध्यक्षों से सीधा संवाद किया। इस संवाद में पार्टी के भविष्य, सांगठनिक ढांचे, संपत्ति विवादों और आंतरिक असंतोष को खुलकर उठाया गया।

मुख्य बिंदु:

  • खड़गे ने स्पष्ट किया कि अब कांग्रेस अवसरवादी नेताओं से सावधान रहेगी। उनका इशारा सिंधिया, देवड़ा और जतिन प्रसाद जैसे नेताओं की ओर था।
  • जिलाध्यक्षों ने सांसदों और विधायकों से अधिक अधिकार दिए जाने की मांग की, ताकि ब्लॉक और बूथ स्तर तक संगठन मजबूत हो सके।
  • राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि क्या जिलाध्यक्षों को विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार बनाया जाए? इस पर राय बंटी हुई रही।
  • जिलाध्यक्षों ने पार्टी के अंदर बड़े नेताओं के घमंड और व्यवहार को भी मुद्दा बनाया, जिससे राहुल गांधी को साफ कहना पड़ा कि “अब बदतमीजी नहीं चलेगी।”

कांग्रेस की संपत्तियों पर भीतरी घोटाले: खुद के लोगों की करतूत

जिलाध्यक्षों ने बताया कि कई जिलों में कांग्रेस की अचल संपत्तियों को कांग्रेस के ही पदाधिकारियों ने खुर्दबुर्द कर लिया।
राहुल गांधी का रुख सख्त:

  • किराये के दफ्तरों को मिलीभगत से खाली कराया गया।
  • राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि दोषियों पर सख्त कार्यवाही होगी।

राज्यसभा में वक्फ संपत्ति विवाद: खड़गे की भावुक अपील और धनखड़ की दो टूक

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा वक्फ संपत्ति हड़पने के आरोपों पर कड़ी आपत्ति जताई।
प्रमुख घटनाक्रम:

  • खड़गे ने राजनीति से संन्यास की बात तक कह दी यदि आरोप साबित हो जाएं।
  • सभापति धनखड़ ने मामले को आचरण समिति को सौंपा और खड़गे पर भी निष्पक्षता की कमी का आरोप लगाया – “जब खुद की दाढ़ी में आग लगती है तो हकीकत का पता चलता है।”

वक्फ एक्ट संशोधन 2025: सामाजिक संतुलन और राजनीतिक संदेश

वक्फ एक्ट संशोधन बिल 2025 लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी पारित हो गया है।
प्रमुख बिंदु:

  • अब वक्फ संपत्तियों से 85% पिछड़े मुसलमानों को लाभ मिलेगा, जैसे अंसारी, जुलाहा, मिरासी आदि।
  • वंशज सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने मोदी सरकार की सराहना की और कहा कि “मोदी मुस्लिम विरोधी नहीं हैं”।
  • अब वक्फ संपत्तियों का सीमांकन और डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा।
  • संपत्ति पारदर्शिता से इनकम बढ़ेगी और उसका उपयोग मुस्लिम समाज की भलाई में होगा।

राजनीतिक और सामाजिक संदेश: किसके लिए क्या मायने?

कांग्रेस के लिए: पार्टी अंदर से मंथन की स्थिति में है। पुराने नेताओं की निष्ठा पर सवाल हैं और संगठन के निचले स्तर के नेताओं को सशक्त बनाने की दिशा में प्रयास हो रहे हैं।

भाजपा के लिए: वक्फ एक्ट संशोधन बिल के माध्यम से मुस्लिम समाज, विशेषकर पिछड़े तबके तक सीधा संदेश देने की कोशिश है कि “सत्ता अब उनकी भी सुनती है।”

आम मुसलमानों के लिए: संपत्ति, प्रतिनिधित्व और पारदर्शिता के माध्यम से उम्मीद की जा रही है कि वक्फ संपत्तियों से उन्हें वास्तविक लाभ मिलेगा।


कांग्रेस के अंदरूनी हालात पर खड़गे का बड़ा बयान: “जो युवा नेता राहुल गांधी के आगे-पीछे घूमते थे, अब देखना भी नहीं चाहते”

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में आयोजित एक अहम बैठक में 8 राज्यों के करीब 700 ज़िलाध्यक्षों से सीधा संवाद किया। इस संवाद के दौरान कांग्रेस में नेतृत्व, संगठनात्मक ढांचे और अनुशासन को लेकर कई बड़े सवाल उठे।

खड़गे का सीधा हमला: “अब वो राहुल की ओर देखते भी नहीं हैं”

अपने संबोधन में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस छोड़ने वाले युवा नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “जो युवा नेता कभी राहुल गांधी के आगे-पीछे घूमते थे, वे अब संसद भवन में उन्हें देखना भी पसंद नहीं करते।” खड़गे का इशारा ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवड़ा, और जतिन प्रसाद जैसे नेताओं की ओर था जो भाजपा में शामिल हो चुके हैं।

“कांग्रेस की संपत्तियों को कांग्रेसियों ने ही हड़प लिया” – राहुल गांधी

जिलाध्यक्षों के साथ संवाद के दौरान कांग्रेस की संपत्तियों को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ। राहुल गांधी ने कहा कि, “कई जिलों में संगठन की संपत्तियां कांग्रेस के ही लोगों द्वारा खुर्दबुर्द की गई हैं।” उन्होंने चेतावनी दी कि इस पर सख्त कार्रवाई होगी और यह जांच की जाएगी कि किन नेताओं की वजह से पार्टी कार्यालय किराए के भवनों से बेदखल हुए।

“अब सांसद और विधायक नहीं, जिलाध्यक्ष होंगे ताकतवर”

इस बैठक में यह भी साफ संकेत मिला कि पार्टी संगठन में अब जिलाध्यक्षों को अधिक शक्तियां दी जाएंगी। खुद राहुल गांधी ने पूछा कि क्या जिलाध्यक्षों को विधानसभा टिकट दिया जाना चाहिए। इस पर 35% जिलाध्यक्षों ने मना किया जबकि 65% ने समर्थन किया।

अक्षय त्रिपाठी का तीखा सुझाव: “बड़े नेताओं का घमंड दूर करवाएं राहुल जी”

भीलवाड़ा ज़िलाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने साफ कहा कि, “जब हमारी सरकार होती है, तो संगठन की बजाय विधायकों को प्राथमिकता मिलती है। बड़े नेता कार्यकर्ताओं से सीधा मुंह बात नहीं करते, उन्हें घमंड दूर करना होगा।” वहीं सीकर की जिलाध्यक्ष सुनीता गठाला ने प्रदेश कांग्रेस की सराहना की।

राज्यसभा में खड़गे पर आरोप से गरमाई राजनीति, सभापति धनखड़ की दो टूक – “जब दाढ़ी में आग लगती है तब सच्चाई का पता चलता है”

राज्यसभा में आज मल्लिकार्जुन खड़गे और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच तीखा संवाद देखने को मिला। खड़गे ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा लगाए गए “कर्नाटक में वक्फ संपत्ति हड़पने” के आरोप को झूठा बताया और कहा कि अगर आरोप सिद्ध हो जाए तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

धनखड़ का जवाब – “आपने भी राणा सांगा पर चुप्पी साधी थी”

सभापति धनखड़ ने इस मुद्दे को राज्यसभा की आचरण समिति को सौंपने का ऐलान करते हुए कहा कि, “मैं खुद भी अमर्यादित टिप्पणियों का शिकार हुआ हूं। लेकिन जब अपनी दाढ़ी में आग लगती है, तब लोगों को सच्चाई समझ में आती है।” उन्होंने खड़गे को राणा सांगा पर संसद में की गई टिप्पणियों को लेकर भी आड़े हाथों लिया।

वक्फ एक्ट संशोधन राज्यसभा से भी पास, अब पिछड़े मुसलमानों को मिलेगा लाभ, ख्वाजा साहब के दीवान ने मोदी का जताया आभार

वक्फ एक्ट संशोधन बिल 2025 अब राज्यसभा से भी पारित हो गया है। बिल के पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 वोट पड़े। इससे पहले लोकसभा में भी यह बिल पास हो चुका है। अब इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा।

85 प्रतिशत पिछड़े मुसलमानों को मिलेगा लाभ
ख्वाजा साहब की दरगाह के सज्जादानशीन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि, “देश के 85% मुसलमान पिछड़ी जातियों से हैं, जिन्हें अब वक्फ बोर्ड में प्रतिनिधित्व मिलेगा। यह बहुत बड़ा बदलाव है।” उन्होंने बताया कि अब वक्फ संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन और सीमांकन भी होगा जिससे पारदर्शिता आएगी।

मोदी का मुस्लिम विरोधी होना भ्रम – नसीरुद्दीन चिश्ती
चिश्ती ने कहा, “जो लोग पीएम मोदी को मुस्लिम विरोधी कहते हैं, वे गुमराह कर रहे हैं। अगर मोदी जी मुस्लिम विरोधी होते, तो वक्फ एक्ट में पिछड़े मुसलमानों को अधिकार नहीं देते।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मंत्री किरण रिजिजू का आभार जताया।

न्यूज़ डेस्क

"दिनेश लूनिया, एक अनुभवी पत्रकार और 'Luniya Times Media' के संस्थापक है। लूनिया 2013 से पत्रकारिता के उस रास्ते पर चल रहे हैं जहाँ सत्य, जिम्मेदारी और राष्ट्रहित सर्वोपरि हैं।

3 Comments

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