तखतगढ़ में सेवा भारती का डॉ. भीमराव अंबेडकर बाल संस्कार केन्द्र का शुभारंभ

तखतगढ़। सेवा भारती समिति तखतगढ़ द्वारा नाथो का वास, महावीर बस्ती में डॉ. भीमराव अंबेडकर बाल संस्कार केन्द्र का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का आरंभ भारत माता और मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर बस्ती के बच्चों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
दीप प्रज्वलन के बाद सेवा भारती के प्रांत सह मंत्री विजयसिंह माली ने संगठन का परिचय देते हुए सेवा भारती की विभिन्न गतिविधियों और उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बाल संस्कार केन्द्र का मुख्य लक्ष्य समाज के उन वर्गों तक शिक्षा और संस्कार पहुँचाना है, जहाँ तक सामान्य शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से नहीं पहुँच पाती।
बाल संस्कार केन्द्र का उद्देश्य
- बच्चों को नियमित शिक्षा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति, परंपराओं और नैतिक मूल्यों की शिक्षा देना।
- खेल, प्रार्थना, योग और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से सर्वांगीण विकास करना।
- समाज के हर वर्ग के बच्चों को शिक्षा से जोड़ना और अनुशासन व स्वच्छता की आदतें विकसित करना।
पहले ही दिन 60 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति दर्ज हुई, जो इस पहल की सफलता का संकेत है। बस्ती के लोगों ने भी पूरे सहयोग का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें सेवा भारती जोधपुर प्रांत सह मंत्री विजयसिंह माली, जिला प्रकल्प प्रमुख दिनेश लूणिया, खण्ड सेवा प्रमुख महेंद्र सूथार, प्रधानाचार्य (रायगांधी आदर्श विद्या मंदिर) इन्द्र सिंह, समाजसेवी फुटरमल सूथार, सेवा भारती समिति तखतगढ़ अध्यक्ष जितेंद्र पुरी, प्रसार प्रमुख सुरेश जीनगर, युवा आयाम प्रमुख दिलीप कुमार, नगर कार्यवाह उम्मेद, बौद्धिक शिक्षण प्रमुख भावेश तथा सेवा भारती समिति के अन्य कार्यकर्ता और अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
सेवा भारती समिति तखतगढ़ अध्यक्ष जितेंद्र पुरी ने बताया की बाल संस्कार केंद्र में बच्चों को नियमित शिक्षा के साथ-साथ संस्कार आधारित गतिविधियाँ कराई जाएंगी। सप्ताह में विभिन्न विषयों पर बौद्धिक सत्र, योगाभ्यास, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। समिति ने यह भी घोषणा की कि हर महीने अभिभावकों की बैठक रखी जाएगी, ताकि बच्चों की प्रगति पर सामूहिक चर्चा हो सके।
नाथो का वास, महावीर बस्ती में सेवा भारती द्वारा शुरू किया गया यह डॉ. भीमराव अंबेडकर बाल संस्कार केन्द्र न केवल बच्चों के लिए शिक्षा का एक नया अवसर है, बल्कि समाज में संस्कार और जागरूकता फैलाने का भी माध्यम बनेगा। पहले ही दिन मिली व्यापक भागीदारी यह दर्शाती है कि स्थानीय लोग इस पहल को लेकर बेहद सकारात्मक और उत्साहित हैं।













