पहलगाम आतंकी हमले में शहीद निहत्थे मासूमों को श्रद्धांजलि
कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में निहत्थे मासूमों की शहादत से सम्पूर्ण देश शोकाकुल है। यह हमला न केवल निर्दोष जानों की हत्या है, बल्कि पूरी इंसानियत पर किया गया क्रूरतम प्रहार है। इस भीषण त्रासदी के विरोध में प्रांत संयोजक श्री अशफ़ाक सिद्दीकी जी के नेतृत्व में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, कानपुर प्रांत द्वारा एक श्रद्धांजलि शोक सभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर श्री अशफ़ाक सिद्दीकी ने कहा:
“पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले से देश का हर नागरिक आहत है। यह हमला इस्लाम के नाम पर इंसानियत की हत्या है, जिसे किसी भी धर्म या इंसानियत के नाम पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। आतंकवादियों ने यह साबित कर दिया है कि उनका इस्लाम या इंसानियत से कोई सरोकार नहीं है। मोहम्मद साहब ने फ़रमाया है कि ‘किसी बेगुनाह इंसान का क़त्ल करना, पूरी इंसानियत की हत्या के समान है।’
मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से अपील करता हूँ कि इन आतंकियों और उनके सरपरस्तों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए। उन्हें उसी भाषा में जवाब दिया जाए जिसे वह समझते हैं — बंदूक की भाषा में। और उनका अंजाम ऐसा हो कि फिर कोई दुश्मन भारत की ओर गलत नज़र डालने से पहले सौ बार सोचे।**
श्रद्धांजलि सभा में सभी धर्मों, वर्गों और समुदायों के लोगों ने शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और एकजुट होकर आतंक के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की। शोक सभा में मुख्य रूप से हसीन अंसारी, वासिफ, रियाज, समी अंसारी, रुखसाना वारसी, सलीम, भोलू, सैयद आलम ,हाजी वारिस, सोने लाल गौतम, मुर्तजा खान, महताब आलम, एडवोकेट अली अकबर, सबीहा खान, शोएब अहमद,आदि उपस्थित रहे।