बारिश के दौरान बिजली जनित हादसे से बचने के लिए सावधानियां बरतें एवं डिस्कॉम के हेल्प डेस्क पर दर्ज कराये अपनी शिकायते
सुमेरपुर। बारिश के दौरान विद्युत आपुर्ति बाधित होने पर उपभोक्ताओ/आमजन द्वारा विद्युत आपुर्ति सुचारु करने के लिए तुरन्त फोन कर दिया जाता है जबकि कुछ समय तक विद्युत आपुर्ति सुचारु होने का इंतजार किया जाना चाहिये क्योकि बारिश के दौरान विद्युत प्रभाव के कारण कोई भी क्षति हो सकती है, क्षति को रोकने के लिए जोधपुर डिस्कॉम पाली वृत के अधीक्षण अभियंता अजय माथुर ने बताया की बारिश के मध्यनजर विद्युत जनित हादसे से बचने के लिए आमजन को निम्न सावधानियां बरतनी चाहिए
1. बिजली के खंभों को छुने से बचे।
2. बिजली के खंभों से अपने मवेशियों को ना बांधे।
3. यथासंभव बिजली लाइनों के नीचे कोई भी प्रोग्राम ना करे।
4. नए भवनों से बिजली लाइनों की उचित दूरी बनाए रखें।
5. खेत की मेड़ पर यदि बिजली खंभा लगा है तो उचित दूरी रख कर ही जुताई करे ।
6. बिजली खंभे पर यदि स्पार्किंग हो रही हैं तो तुरंत अपने फीडर इंचार्ज (लाइनमैन), कनिष्ठ अभियन्ता, संबंधित सब स्टेशन पर सूचना देवे।
7. यदि बारिश में खंभे पर तेज स्पार्क हो रहा हो और आस पास पानी भरा हुआ है तो उस रास्ते से या पानी में जाने से बचे व दूसरों को भी सावधान करें।
8. यदि बिजली के तार किसी पेड़ के निकट से गुजर रहे हो तो किसी भी स्थिति में उस पर चढ़ने से बचे।
9. ट्रांसफार्मर, लाइनो पर डंडे से या किसी और चीज से कुंडी नहीं डाले, हेवी लाइनों पर रिसाव होने से व ग्राउंड होने से बड़ा हादसा हो सकता है।
10. किसी भी बड़े वाहन की छत पर यात्रा न करे ।
11. यदि बारिश की वजह से कोई लाइन ढीली पड़ गई हो या सड़क के उपर से नीची हो तो तुरंत अपने फीडर इंचार्ज(लाइनमैन), जेईएन या फिर सब स्टेशन पर सूचना देवे ताकि समय पर सुधार हों सके ।
12. बिजली खंभों को चार दिवारी या बाउंट्रिवाल में अतिक्रमण ना करें, हादसा होने पर भारी नुकसान हो सकता है।
13. घर में उपकरण अच्छी क्वालिटी के ही उपयोग करें ।
14. घर के अंदर बिजली फिटिंग में अर्थिंग जरूर कराएं व अपने उपकरण को उससे जोड़े रखे।
15. अपने सभी स्विच,एमसीबी, इएलसीबी उच्च कोटि की ही काम में लावे व लगावें ।
16. बगैर जानकारी के किसी भी उपकरण को छुने या खोलने से बचे ।
17. यदि कोई व्यक्ति बिजली के गिरफ्त मे हो तो तुरंत उसे बचाने के लिए निम्न कार्य करेः- सबसे पहले अपने आपको किसी सुखी जगह पर होना सुनिश्चित करें, फिर अपने जूते, जो भीगे ना हो, कोई भी धातु लगे ना हो,वह पहने, फिर किसी इंसुलेटेड डंडे (प्लास्टिक, लकड़ी जो सुखा हों) से व्यक्ति को छुड़ाने का प्रयास करे, यदि शोक घर के अंदर लगा है तो तुरंत मेन स्विच ऑफ करे। प्रभावित व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल ले जाए।,
बारिश के इस मौसम में यदि बिजली गुल होती हैं तो हंगामा ना करे शांत रहे, ये सोचिए कि आप बारिश में भीगने से भी डरते हो, इन विपरित परिस्थितियों में भी कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर आपके लिए किसी खंभे पर या सब स्टेशन पर बिजली तारों से जूझ रहा होता है। इसकी जानकारी को सभी के साथ शेयर करें और विद्युत प्रवाह से हाने वाले हादसे से बचे व बचाएं।
डिस्कॉम के हेल्प डेस्क पर दर्ज कराये अपनी शिकायते-
जिले के आमजन व विद्युत उपभोक्ताओ से अपील की जाती है कि विद्युत लाईन में फॉल्ट व विद्युत आपूर्ति में व्यवधान संबंधी शिकायतों के निस्तारण के लिए वृत स्तर पर नियंत्रण कक्ष व हेल्प डेस्क 24 घंटे, वहीं उपखण्ड स्तर पर हेल्प डेस्क कार्यालय समय में कार्य कर रही है। विद्युत संबंधि शिकायत निगम द्वारा निर्धारित टोल फ्री नंबर(1800-180-6045), वाट्सअप नम्बर – 9413359064 एवं हेल्प डेस्क के साथ नियंत्रण कक्ष पर भी शिकायत दर्ज कराकर समस्या का निस्तारण करा सकते हैं। वृत कार्यालय स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष के नंबर 02932-281270 व माबाईल नम्बर 94140-95773 हैं। जबकि वृत स्तर पर स्थापित हेल्प डेस्क के नंबर 9257031365 व 9257031366 हैं। वहीं सभी 24 उपखण्ड कार्यालय स्तर पर स्थापित हेल्प डेस्क के नंबर निम्नानुसार है सहायक अभियंता (नउख-प्रथम), पाली – 9257031367, (नउख-द्वितीय), पाली-9257031368, (नउख-तृतीय),पाली-9257031369, पाली ग्रामीण-9257031370, रोहट-9257031371, सोजतसिटी – 9257031372, सोजतरोड – 9257031373, चंडावल – 9257031374, खारची – 9257031375, राणावास – 9257031376, जैतारण – 9257031377, पिपलिया – 7357582592, बर – 7877202929, आनन्दपूर कालू – 9257031380, फालना – 9257031381, बाली – 9257031382, नाना – 9257031383, बेड़ा – 7073745392, सुमेरपुर – 9257031385, तखतगढ़ – 9257031386, देसूरी – 9257031387, सादडी – 9257031388, रानी – 9257031389 खिंवाड़ा – 9257031390, इन नम्बरो पर उपभोक्ता सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे तक अपनी विद्युत आपूर्ति संबंधी शिकायत दूरभाष पर या उपखण्ड कार्यालय स्तर पर संधारित शिकायत पंजिका में दर्ज कराकर निस्तारण करा सकते हैं।