बाली गणगौर मेले में उमड़ा उत्साह: घोड़ा, ऊंट, तांगा और दौड़ प्रतियोगिताओं में दिखा प्रतिभाओं का जोश

बाली, राजस्थान। बाली नगरपालिका की ओर से आयोजित वार्षिक गणगौर मेला शुक्रवार को पारंपरिक ध्वजारोहण के साथ हर्षोल्लास से प्रारंभ हुआ।
इस मेले में आसपास के गांवों जैसे फालना, सेवाडी, लुणावा, कोट बलियान आदि से बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। शुक्रवार सुबह से लेकर देर शाम तक विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें पुरुषों, महिलाओं, बालकों और वरिष्ठ नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
घुड़दौड़ और ऊंट दौड़ ने खींचा सबका ध्यान
मेले की सबसे आकर्षक प्रतियोगिताओं में शामिल घुड़दौड़ और ऊंट दौड़ में शानदार प्रदर्शन देखने को मिला।
- घुड़दौड़ प्रतियोगिता में जितेन्द्र सिंह लुणावा के घोड़े ने पहला स्थान प्राप्त कर दर्शकों की तालियां बटोरीं।
- ऊंट दौड़ में दलपत सेसली के ऊंट ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान हासिल किया।
- वहीं, तांगा दौड़ प्रतियोगिता में बंटी पाली का तांगा अव्वल रहा, जिसने अपने तेज रफ्तार से सबको चौंका दिया।
साइकिल रेस में भी दिखी युवाओं की ऊर्जा
सुबह 7:15 बजे आयोजित पुरुषों की साइकिल रेस सादड़ी से रडावा आशापुरा मंदिर तक आयोजित हुई, जिसमें मुकेश ने शानदार जीत दर्ज की।
बालिकाओं की साइकिल दौड़ श्री सेला से रडावा तक आयोजित की गई, जिसमें राधा सेन विजेता रहीं।
दौड़ प्रतियोगिताओं में छाया जोश और उमंगमाइल दौड़ में नरेश कुमार ने पहला स्थान हासिल किया।
हाफ माइल दौड़ में वर्षा देवासी ने अपनी तेजी से सभी को पछाड़ते हुए जीत दर्ज की।
100 मीटर दौड़ में राहुल कालबेलिया अव्वल रहे।
बालक दौड़ में तुषार राठौड़ और बालिका दौड़ में एक बार फिर वर्षा देवासी ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
मनोरंजक और विशेष प्रतियोगिताएं बनी आकर्षण का केंद्र
मेले में कई अनूठी और मनोरंजक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिनमें प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों ने भी खूब आनंद लिया:
- ऊल्टा दौड़ में काना राम मीणा विजेता रहे।
- मटकी दौड़ में राहुल कालबेलिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- जलेबी दौड़ में अक्षरा सिंह ने सबको पीछे छोड़ते हुए जीत अपने नाम की।
- 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की दौड़ में मीठा लाल दमामी ने अपनी फिटनेस और जोश का परिचय दिया और प्रथम स्थान पर रहे।
विशेष आकर्षण – गणगौर की सजावट
मेले की सबसे खास बात थी बड़ी और छोटी गणगौर की भव्य सजावट, जो परंपरा, आस्था और लोक-संस्कृति का प्रतीक बनी। सजावटी गणगौर को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी।

प्रशासनिक उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का गौरव
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह चारण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चैन सिंह महेचा, पुलिस उपाधीक्षक राजेश यादव, बाली नगरपालिका अध्यक्ष भरत चौधरी, अधिशाषी अधिकारी राजव राव, थानाधिकारी परबत सिंह सहित कई पार्षद और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
मंच संचालन में रही गरिमा और अनुभव की झलक
इस भव्य आयोजन के मंच का संचालन डॉ. प्रवीण वैष्णव और भंवर सिंह राजपुरोहित ने सफलतापूर्वक किया, जिनके कुशल संचालन से कार्यक्रम में रोचकता और गरिमा बनी रही।
बाली का गणगौर मेला न केवल सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसमें ग्रामीण युवाओं और नागरिकों की भागीदारी ने इसे जनता का मेला बना दिया। परंपरा, उत्साह, खेल और कला का अद्भुत संगम इस मेले में देखने को मिला, जो आने वाले वर्षों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनता जा रहा है।