मशहूर शख्सियतः आर. ए. उस्मानी : शिक्षाविद, संघर्षशील और जनप्रिय नेता

विश्वजीत (गगन मिश्रा)
लखीमपुर खीरी।आर. ए. उस्मानी का नाम शिक्षा, संघर्ष और जनसेवा के लिए जाना जाता है। वे ऐसे व्यक्तित्व हैं जो गैर-राजनैतिक परिवार से आते हुए भी समाज में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहे। अपनी लगन और मेहनत के बल पर वे न केवल जनता के चहेते बने, बल्कि पूर्व विधायक और राज्यमंत्री के रूप में भी उन्होंने जनता की सेवा का दायित्व निभाया।
आर. ए. उस्मानी ने हमेशा शिक्षा को समाज की सबसे बड़ी ताक़त माना। उनका मानना है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हर नागरिक का हक़ है। इसी सोच के तहत उन्होंने शिक्षा को रोजगार से आगे बढ़कर व्यक्तित्व निर्माण और सामाजिक जागरूकता का माध्यम बनाने पर ज़ोर दिया।

गैर-राजनैतिक पृष्ठभूमि से आने के कारण आर. ए. उस्मानी की राह आसान नहीं थी। लेकिन संघर्षशील स्वभाव और ईमानदार प्रयासों से उन्होंने जनता का भरोसा जीता। यही संघर्ष उन्हें विधानसभा तक ले गया और बाद में राज्यमंत्री के पद की ज़िम्मेदारी भी सौंपी गई। उन्होंने इन पदों को सत्ता का सुख नहीं, बल्कि सेवा का अवसर माना।
आर. ए. उस्मानी का जीवन जनता के बीच ही बीता। वे हमेशा सरलता और सहजता से लोगों से जुड़े रहे। विधायक और राज्यमंत्री रहते हुए भी उन्होंने जनता से दूरी नहीं बनाई। उनकी लोकप्रियता जाति और धर्म की सीमाओं से परे है। लोग उन्हें सच्चा जनप्रतिनिधि और अपना नेता मानते हैं।
आर. ए. उस्मानी केवल एक शिक्षाविद ही नहीं, बल्कि संघर्षशील और जनप्रिय नेता भी हैं। पूर्व विधायक और राज्यमंत्री के रूप में उनकी उपलब्धियाँ इस बात का प्रमाण हैं कि बिना किसी राजनैतिक विरासत के भी, मेहनत, ईमानदारी और जनता की सेवा से ऊँचाइयाँ हासिल की जा सकती हैं। वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं।
गैर राजनैतिक युवाओं के लिए इनका संघर्ष एक प्रेरणा है।।










