मुंबई का सबसे अमीर भिखारी: भरत जैन की रोचक कहानी
मुंबई का सबसे अमीर भिखारी: भरत जैन का 460 करोड़ का साम्राज्य
- मुंबई
मुंबई के भरत जैन, जिन्हें “सबसे अमीर भिखारी” के रूप में जाना जाता है, ने अपनी चौंकाने वाली संपत्ति और जीवनशैली से सभी को हैरान कर दिया है। आईआईएम कलकत्ता से पढ़ाई कर चुके भरत एक रैंक धारक भी रह चुके हैं। हालांकि, उन्होंने अपना करियर भीख मांगने से शुरू किया, जिससे उनकी मासिक कमाई ₹75,000 तक पहुंच गई।
भरत जैन की कुल मासिक आय ₹7 करोड़ बताई जाती है, जो पूरी तरह कर मुक्त है। उन्होंने धारावी में जमीन के साथ-साथ मुंबई में 8 विला और 8 लग्ज़री अपार्टमेंट खरीदे हैं। निजी उपयोग के लिए उनके पास 2 शाही बंगले और एक होटल भी है। हाल ही में आयकर विभाग ने छापेमारी में भरत जैन को ₹22 करोड़ की संपत्ति खरीदते समय पकड़ा। छापेमारी में ₹460 करोड़ नकद बरामद किए गए। यह भी खुलासा हुआ कि उनके साम्राज्य में 18,000 भिखारियों की फौज काम करती है।
भरत जैन ने न केवल मुंबई बल्कि मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देशों में भी भिखारी सिंडिकेट शुरू करने की योजना बनाई थी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके इन प्रयासों ने चर्चा को और बढ़ा दिया है। यह मामला मुंबई के भिखारी समुदाय और उनके आश्चर्यजनक जीवनशैली की अनदेखी की गई सच्चाई को उजागर करता है।
मुंबई जैसे व्यस्त शहर में, जहां अमीरी और गरीबी का अद्भुत मेल देखने को मिलता है, वहीं भरत जैन का नाम खास चर्चा में रहता है। भरत जैन को न केवल मुंबई, बल्कि दुनिया के सबसे अमीर भिखारियों में गिना जाता है। उनके जीवन की कहानी और संपत्ति के आंकड़े सभी को चौंका देते हैं।
संपत्ति का साम्राज्य:
भरत जैन के पास लगभग 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
फ्लैट्स: मुंबई के परेल इलाके में 1.2 करोड़ रुपये मूल्य के दो आलीशान 2BHK फ्लैट्स उनके नाम हैं।
दुकानें: ठाणे में उनकी दो दुकानें हैं, जिन्हें किराए पर देकर वह हर महीने करीब 30,000 रुपये कमाते हैं।
अन्य संपत्ति: उनके परिवार के पास स्टेशनरी की दुकानें भी हैं, जिनसे अतिरिक्त आय होती है।
आय और भीख मांगने की दिनचर्या:
भरत जैन की मासिक आय 60,000 से 75,000 रुपये के बीच होती है, जो भीख मांगने से होती है। वह मुंबई के व्यस्त क्षेत्रों जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और आजाद मैदान के पास भीख मांगते हैं। वह प्रतिदिन 10 से 12 घंटे काम करते हैं, जिससे उनकी औसत दैनिक आय 2,000 से 2,500 रुपये तक पहुंचती है। उनकी मासिक कुल आय और संपत्ति को देखकर समझा जा सकता है कि भीख मांगने ने उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि:
भरत जैन अपने परिवार के साथ रहते हैं, जिसमें उनकी पत्नी, दो बेटे, पिता और भाई शामिल हैं। उनके बच्चे कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़े हैं और उनका परिवार एक सामान्य मध्यम वर्गीय जीवन जीता है। परिवार ने कई बार भरत जैन को भीख मांगना छोड़ने की सलाह दी है, लेकिन उन्होंने यह कार्य जारी रखा है।
जीवन का विरोधाभास:
भरत जैन का जीवन एक बड़ा विरोधाभास पेश करता है। एक ओर, उनके पास करोड़ों की संपत्ति है, वहीं दूसरी ओर, वह रोजाना सड़कों पर भीख मांगते हैं।
भरत जैन न केवल भारत, बल्कि दुनिया के सबसे चर्चित भिखारियों में से एक हैं। उनकी संपत्ति और साधारण जीवन शैली यह दिखाती है कि मुंबई में हर तरह के लोग मिलते हैं। भरत की कहानी प्रेरणा और जिज्ञासा दोनों का स्रोत है।