रा. उच्च मा. विद्यालय सागासनी में इतिहास रचते हुए पूजा पाटनेजा बनी पहली महिला प्रिंसिपल, पदभार ग्रहण समारोह में हुआ भव्य आयोजन
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सागासनी में इतिहास रचते हुए पूजा पाटनेजा बनी पहली महिला प्रिंसिपल, पदभार ग्रहण समारोह में हुआ भव्य आयोजन

सागासनी – पाली, राजस्थान — शिक्षा के क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश करते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सागासनी में पहली बार महिला प्रिंसिपल के रूप में मेडम पूजा पाटनेजा ने शनिवार को अपने पद का कार्यभार ग्रहण किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर विद्यालय में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय प्रशासन, समाजसेवी, भामाशाह, शिक्षकगण एवं ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
पदभार ग्रहण के साथ दिया विद्यालय विकास हेतु आर्थिक सहयोग
प्रिंसिपल मेडम पूजा पाटनेजा ने अपने पदभार ग्रहण को और भी विशेष बनाते हुए अपनी पुत्री के जन्मदिवस के उपलक्ष में विद्यालय विकास के लिए ₹11,000 की राशि भेंट स्वरूप प्रदान की। उनका यह योगदान न केवल छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत बना, बल्कि ग्रामीण समुदाय में भी सराहना का विषय रहा।
भामाशाहों का योगदान: माइक सेट, फर्नीचर और प्याऊ की सौगात
कार्यक्रम में भामाशाह वीरेंद्र गोदारा ने विद्यालय को 300 वॉट का पावरफुल माइक सेट एवं एक कक्षा कक्ष हेतु फर्नीचर भेंट किया। इसके अतिरिक्त पोकरराम बाबल एवं हड़मानराम बाबल ने स्व. खियाराम जी बाबल की स्मृति में विद्यालय परिसर में प्याऊ बनाकर भेंट करने की घोषणा की। इस अवसर पर भामाशाह राजू बाबल, सलीम खां, सुरेश बाबल भी मौजूद रहे।
समाज के विभिन्न वर्गों की सहभागिता
कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाते हुए पीईईओ खेजड़ली कलां एवं विद्यालय के पूर्व कार्यवाहक प्रिंसिपल हनुमान राम बाबल की सक्रिय उपस्थिति रही। समारोह में प्रिंसिपल भागीरथ बिश्नोई, समाजसेवी राजू भाई सागासनी, एसएमसी अध्यक्ष सलीम खां, श्रीमती किरण विश्नोई, शेठाराम मेघवाल, वार्ड पंच पेमाराम जी खावा, विद्यालय स्टाफ व बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
गांव में खुशी की लहर, छात्र-छात्राएं झूम उठे
महिला प्रिंसिपल के पदभार ग्रहण के इस प्रथम अवसर को गांववासियों ने हर्षोल्लास के साथ मनाया। विद्यार्थियों में विशेष उत्साह देखा गया। विद्यालय परिसर में खुशियों का माहौल था और छात्र-छात्राएं खुशी से झूम उठे।
यह अवसर न केवल विद्यालय के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित हुआ, बल्कि यह ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था और महिला नेतृत्व के समावेश की दिशा में एक सशक्त कदम भी साबित हुआ।
- लुनीया टाईम्स न्यूज़, सागासनी से रिपोर्ट