- पाली
विश्वकर्मा शिक्षा समिति सम्पूर्ण पाली जिला मंत्री ओमप्रकाश लूंजा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर शारदीय नवसस्येष्टि दिपावली की पाली जिले के समस्त समाज बंधुओं सहित देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की है।
प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य ने बताया कि विश्वकर्मा शिक्षा समिति संरक्षक भंवरलाल गुगरीयां दुदोड़ ने एक साक्षात्कार में बताया कि प्राचीन समय में इसका नाम शारदीय नवसस्येष्टि यज्ञ था। भारत कृषि प्रधान देश है यहां के दो महत्वपूर्ण त्योहार फसल पककर घर में आने की खुशी में ही मनाए जाते हैं ।
जिसमें एक होली नवसस्येष्टि यज्ञ और दुसरा दिपावली शारदीय नवसस्येष्टि यज्ञ कहलाते हैं। हमें इस दिन की पवित्रता को बनाए रखने के लिए मोमबत्ती के स्थान पर सरसों के तैल अथवा गौघृत के दीपक जलाने चाहिए, जिससे वातावरण में विचरण कर रहे वर्षा जनित रोगों के किटाणु नष्ट होते हैं।
संस्था अध्यक्ष भंवरलाल आसदेव हिगोला ने कहां की दिपावली पर्व सबको बांटकर खिलाने का त्योहार है। गांव या शहर में लोग अपने आस पडौसी या बस्ती में रहने वाले निर्धन के घर भोजन पहुंचाकर स्वयं भोजन करने में खुशी जाहिर करते हैं। जो हमें यह संदेश देता है की देवताओं की तरह सब बांटकर खाओ राक्षसों की तरह केवल अपना ही पेट मत भरो।
मंत्री ओमप्रकाश लूंजा ने कहां की आजकल बाजार में हर सीज नकली मिलती है। इसलिए दिपावली के दिन घर पर ही शुद्ध मिष्ठान बनाकर सबको वितरण करके परस्पर प्रीति पूर्वक मिलकर खाना एवं खिलाना चाहिए तभी लक्ष्मी जी खुश होती है। शिक्षा समिति का उद्देश्य पाली जिले के समाज के सभी बच्चों के लिए छात्रावास की सुविधा और जरूरत मंद बच्चो की पाठ्य-पुस्तके और फीस उपलब्ध है। जिसके लिए समिति का निर्माणाधीन भवन प्रगति पथ पर है।