सादड़ी में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन: नगर पालिका प्रशासन पर अनदेखी और भेदभाव के गंभीर आरोप, 10 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा
सादड़ी। सादड़ी नगरपालिका में जनसमस्याओं के समाधान और विकास कार्यों की उपेक्षा को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज नगर पालिका कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष राकेश मेवाड़ा ने किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका प्रशासन और बीजेपी शासित बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए और 10 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन नगर पालिका के अधिकारियों को सौंपा।
धरने में शामिल सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा कि नगर पालिका प्रशासन की निष्क्रियता के कारण सादड़ी में विकास कार्य ठप हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन न केवल अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट रहा है, बल्कि जानबूझकर कांग्रेस के वार्डों में भेदभाव कर रहा है।
धरने में उठाई गई यह प्रमुख मांगें
1. बोर्ड मीटिंग का अभाव: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पिछले एक वर्ष से नगर पालिका बोर्ड की कोई बैठक नहीं बुलाई गई। इससे न केवल विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि जनता की समस्याओं का समाधान भी नहीं हो रहा।
2. अवैध निर्माण का मामला: ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में अवैध निर्माण कार्य हो रहे हैं, जिससे राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। कांग्रेस ने कहा कि इस पर शिकायतों के बावजूद प्रशासन कार्रवाई करने में विफल रहा है।
3. सूचना का अधिकार अधिनियम का उल्लंघन: पार्षदों और आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा सूचना मांगने पर उन्हें जानकारी नहीं दी जाती। इससे पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
4. विकास कार्यों में भेदभाव: कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उनके वार्डों में विकास कार्यों को जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है, जबकि बीजेपी के वार्डों में प्राथमिकता दी जा रही है।
5. नियमों का उल्लंघन: आजाद मैदान के सौंदर्यीकरण के लिए ₹50 लाख का टेंडर बिना बोर्ड मीटिंग के निकाला गया, जिसे नियम विरुद्ध बताते हुए रद्द करने की मांग की गई।
6. रिंग रोड विवाद: प्रस्तावित रिंग रोड और बाईपास का दायरा बढ़ाने की मांग की गई ताकि आम जनता को होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
7. अनावश्यक टेंडर: नगर पालिका के पास बोलेरो गाड़ी पहले से मौजूद है, बावजूद इसके नई गाड़ी खरीदने के लिए निकाला गया टेंडर अनावश्यक बताया गया और इसे रद्द करने की मांग की गई।
8. पार्षदों के अधिकारों का हनन: बीजेपी बोर्ड के गठन के बाद से मात्र 5 बार बोर्ड मीटिंग बुलाई गई है, जिससे पार्षदों के अधिकारों का हनन हो रहा है।
9. कोट सेरिया नाला निर्माण: लंबे समय से रुके हुए नाला निर्माण कार्य को शीघ्र शुरू करने की मांग की गई।
10. गोसार भूमि विवाद: गोसर भूमि पर बबूल झाड़ियों की नीलामी को नियम विरुद्ध बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की गई।
कांग्रेस का तीखा हमला
धरने के दौरान नेता प्रतिपक्ष राकेश मेवाड़ा ने बीजेपी शासित नगर पालिका पर हमला बोलते हुए कहा, “नगर पालिका में बोर्ड की निष्क्रियता और भेदभावपूर्ण रवैया विकास कार्यों में बाधा डाल रहा है। जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा और प्रशासन पूरी तरह असंवेदनशील हो गया है। कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।”
आंदोलन तेज करने की चेतावनी
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह प्रदर्शन जनता की समस्याओं को लेकर था और इसमें सभी वर्गों का समर्थन है।
सादड़ी का राजनीतिक माहौल गरमाया
इस धरने और प्रदर्शन ने सादड़ी में राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। कांग्रेस द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप और उनकी मांगों ने बीजेपी शासित नगर पालिका बोर्ड के कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना अहम होगा कि प्रशासन इन मांगों को लेकर क्या कदम उठाता है। धरने और ज्ञापन के बावजूद, नगर पालिका प्रशासन और बीजेपी बोर्ड की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
इस दौरान यह रहे उपस्थित
नेता प्रतिपक्ष राकेश मेवाड़ा, ओमप्रकाश बोहरा, पूर्व चेयरमैन दिनेश मीणा, पूर्व चेयरमैन शंकरलाल भाटी, पार्षद रमेश प्रजापत, पार्षद वसीम नागौरी, निशा परमार, गजाराम जाट, दिपिका लुहार, राकेश सवनशा, दिलीप मेवाड़ा, हरिश भाटी, महैद मीणा, कन्हैयालाल मीणा, नवीन, जावतराज बोराणा, जोगाराम जाट, ताराचंद तथा कई कार्यकर्ता और नगरवासी उपस्थित रहे.